Haryana

पीजीआई रोहतक में मनोविज्ञान विभाग के छात्रों ने दिया धरना

फोटो कैप्शन 3आरटीके2 : हेल्थ विश्वविद्यालय के डायरेक्टर कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे मनोविज्ञान विभाग के छात्र ----------

हाईकोर्ट व यूजीसी के नियमों की अनदेखी करने का लगाया आरोप

रोहतक, 3 जून (Udaipur Kiran) । पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के छात्रों ने हेल्थ विश्वविद्यालय के अधिकारियों पर पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट और यूजीसी के नियमों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को डायरेक्टर कार्यालय के बाहर धरना शुरू कर दिया।

मनोविज्ञान विभाग के छात्रों ने आरोप लगाया कि हेल्थ विश्वविद्यालय के अधिकारी उनके ओरिजनल ड्राक्यूमेंटस नहीं दे रहे है और होटस्ल फीस पर भी अतिरिक्त जुर्माना लगाकर उन्हें परेशान किया जा रहा है। छात्र अभिषेक, कविता, नेहा, प्रीति, दीक्षा ने बताया कि यूजीसी की गाइड लाइन है कि कोई भी शैक्षणिक संस्थान किसी भी विद्यार्थी के ओरिजनल ड्राक्यमेंटस अपने पास नहीं रख सकती है, लेकिन हेल्थ विश्वविद्यालय पूरी तरह से यूजीसी के नियमों की अनदेखी कर रहा है। कई बार इस बारे में आला अधिकारियों को भी लिखित में अवगत कराया जा चुका है, लेकिन अभी तक कोई समस्या का समाधान नहीं हुआ है, जिसके मजबूरन छात्रों को धरने पर बैठना पड़ रहा है।

छात्र अभिषेक ने बताया कि हेल्थ विश्वविद्यालय ने होस्टल फीस को लेकर छात्रों पर जो जुर्माना लगाया है, वह सरासर गलत है, क्योकि होस्टल की फीस 13 हजार रूपये है, जबकि जुर्माना 70 हजार रूपये लगाया गया है और जब छात्रों ने इसका विरोध किया तो उन्हें नाजायज तरीक्को से परेशान किया जा रहा है। इतना ही नहीं हेल्थ विश्वविद्यालय द्वारा फाइन को लेकर कोई नोटिस भी पहले जारी नहीं किया गया। पीजीआईएमएस के निदेशक डॉ. एसके सिंगल से जब इस बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि सभी आरोप निराधार है और जल्द ही छात्रों की जो समस्याएं है उनका शीघ्र समाधान कर दिया जाएगा।

—————

(Udaipur Kiran) / अनिल

Most Popular

To Top