Haryana

हिसार : देश के 4500 से अधिक उद्योगों से सीधे जुड़ेंगे गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय के विद्यार्थी

प्रो. नरसी राम बिश्नोई व बीओएटी के उपनिदेशक सुनील कुमार एमओयू का आदान-प्रदान करते हुए।

गुजविप्रौवि व (बीओएट (एनआर) के बीच हुआ एमओयू

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने इस एमओयू को बताया मील का पत्थर

हिसार, 23 अप्रैल (Udaipur Kiran) । यहां के गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

विश्वविद्यालय के विद्यार्थी अब देश की 4500 से अधिक उद्योगों से सीधे जुड़ेंगे। विद्यार्थियों

को इन उद्योगों में अप्रेंटिसशिप करने का मौका मिलेगा। योग्यता तथा कौशल के आधार पर

ये विद्यार्थी इन उद्योगों में प्रतिष्ठित रोजगार भी हासिल करेंगे। इसके लिए गुजविप्रौवि

ने बोर्ड ऑफ अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग (उत्तरी क्षेत्र), कानपुर (बीओएट (एनआर)) के साथ

मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेंडिंग (एमओयू) किया है।

गुजविप्रौवि के कुलपति प्रो. नरसी राम

बिश्नोई ने बताया कि एमओयू राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुसार विद्यार्थियों के

लिए शिक्षा को रोजगार से जोड़ने के लिए मील का पत्थर साबित होगा। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने बुधवार काे बताया कि बीओएट (एनआर) केंद्र सरकार की एक

स्वायत्त संस्था है। इसके साथ देशभर के 4500 से अधिक उद्योग पंजीकृत हैं। यह संस्था

विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को इन उद्योगों में मांग के अनुसार अप्रेंटिसशिप के

अवसर उपलब्ध करवाएगी। अप्रेंटिसशिप के दौरान विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति भी मिलेगी

और कौशल व प्रदर्शन के आधार पर संबंधित उद्योगों में स्थायी रोजगार पाने का अवसर भी

मिलेगा।

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 विद्यार्थियों

के बीच शिक्षा व रोजगार की खाई को पाटने पर जोर देती है। विद्यार्थियों की रोजगार क्षमता

में सुधार के लिए अप्रेंटिसशिप एक आजमाया हुआ और परखा हुआ मॉडल है। यूजीसी ने 2024

में अप्रेंटिसशिप एम्बेडेड डिग्री प्रोग्राम (एईडीपी) की पेशकश करने के लिए उच्च शिक्षा

संस्थानों के लिए संशोधित दिशानिर्देश जारी किए हैं।

यह एमओयू गुजविप्रौवि और उद्योगों/प्रतिष्ठानों के बीच घनिष्ठ संबंध और सहयोग

स्थापित करेगा। विश्वविद्यालय की ओर से कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई व बीओएट (एनआर)

की ओर से उप निदेशक संदीप कुमार ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। गुजविप्रौवि की ओर से कुलसचिव

डॉ. विजय कुमार व डीन इंटरनेशनल अफेयर्स प्रो. नमिता सिंह ने गवाह के रूप में हस्ताक्षर

किए, जबकि बीओएट (एनआर) की ओर से उप निदेशक सुनील कुमार ने गवाह के रूप में हस्ताक्षर

किए।

बीओएटी (एनआर) गुजविप्रौवि के पात्र विद्यार्थियों का विवरण अपलोड करने और

प्रतिष्ठान/उद्योगों में अप्रेंटिसशिप के अन्य पहलुओं का प्रबंधन करने के लिए अप्रेंटिसशिप

अधिनियम, 1962 और अप्रेंटिसशिप नियम, 1992 के अनुसार एक प्रोफाइल प्रदान करेगा। एनएटीएस पोर्टल प्रशिक्षुता अनुबंध प्रबंधन, प्रदर्शन

प्रबंधन, मासिक वजीफा प्रबंधन मॉड्यूल और प्रशिक्षण के सफल समापन के बाद प्रमाण पत्र

प्रदान करने जैसी सभी सुविधाएं भी प्रदान करेगा।

उप निदेशक सुनील कुमार ने कहा कि बीओएटी (एनआर) एनएटीएस के माध्यम से डिग्री

और डिप्लोमा धारकों को अप्रेंटिसशिप प्रदान कर रहा है। हाल ही में जारी एईडीपी दिशानिर्देशों

में, एनएटीएस को एईडीपी को लागू करने के लिए उच्च शिक्षा संस्थानों के साथ काम करने

और सहयोग करने का काम सौंपा गया है। यह एमओयू विद्यार्थियों के कौशल को विकसित करने

में बेहद फायदेमंद होगा। इस अवसर पर प्रो. संदीप आर्य, प्रो. ओमप्रकाश सांगवान, प्रो.

कर्मपाल नरवाल, डा. प्रताप सिंह और प्रो. अर्चना कपूर उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / राजेश्वर

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