अनूपपुर, 18 नवंबर (Udaipur Kiran) । आये दिन खबरो की सुर्खियों में रहने वाला इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में व्यवस्थाओ को सुधारने की मांग समय में पूरा नहीं होने पर सोमवार से विश्वविद्याल के छात्र-छात्राएं मुख्य गेट के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल में बैठ गए हैं। मांगों के पूरा होने तक संघर्ष जारी रखने की बात कहीं हैं। खबर लिखे जाने तक छात्र-छात्राएं बैठे हैं।
छात्र-छात्राओं ने बताया कि इंगांराजवि प्रशासन ने पूर्व में सौंपे गये ज्ञापन पर समय से समस्याओं का समाधान नहीं होने पर सोमवार से विश्वविद्याल के छात्र-छात्राएं मुख्य गेट के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल में बैठ गए हैं। उन्होने बताया कि दिये गये ज्ञापन में गौरेला,अमरकंटक एवं राजेंद्रग्राम से विश्वविद्यालय की बस पुनः शुरू करने, क्षेत्रीय विद्यार्थियों को भी छात्रावास आवंटित किया जाए। सभी मेस का टेंडर किया जाए ताकि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण भोजन मिल सके। छात्रावास के छात्रों से विश्वविद्यालय द्वारा 1000 रुपये की अवैध वसूली की गई है, वापस लेने, केंद्रीय पुस्तकालय 24 घंटे खोलने, छात्राओं का छात्रावास से बाहर रहने का समय बढ़ाने,ग्लूट नर्मदा नामकरण को वापस लिया जायें जो माँ नर्मदा की भक्ति के साथ खिलवाड़ है। नर्मदा शोध छात्रावास का गैरकानूनी कब्जा समाप्त कर उसे वापस छात्रावास बनाया जाए।कैट परीक्षा केंद्र की स्थापना विश्वविद्यालय में की जाए जिसका लाभ स्थानीय विद्यार्थियों को मिल सके। विश्वविद्यालय में कार्यरत क्षेत्रीय सुरक्षा कर्मियों एवं हाउसकीपिंग स्टाफ को नियमित किया जाए। छत्तीसगढ़ एवं मध्य प्रदेश बोर्ड से 12वीं पास विद्यार्थियों का स्नातक में 40% कोटा तय किया जाए। विश्वविद्यालय में चल रही गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों की भर्ती पर तत्काल रोक लगाई जाए और पहले स्थानीय कोटा तय कर भर्ती की जाए।
ज्ञात हो कि विश्वविद्यालय में लंबे समय से चली आ रही विभिन्न समस्याओं के समाधान हेतु इंगांराजवि बचाओ समिति द्वारा 13 नंवबर को तिरंगा यात्रा निकालकर ज्ञापन सौपने का प्रयास किया गया था किन्तु विश्वविद्यालय की ओर से किसी जिम्मेदार अधिकारी ने ज्ञापन को स्वीकार नहीं किया था। जिस पर छात्र- छात्राओं ने विश्वविद्यालय के कुलसचिव के नाम नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा था। जिस पर 02 दिनों में उनकी मांगों का समाधान नहीं होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठने का की चेतावनी दी थी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने मांगों की अनदेखी करने पर समस्याओं का समाधान नहीं होने पर सोमवार को छात्र छात्राएं मुख्य गेट के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल में बैठ गए है।
छात्र प्रतिनिधि का कहना है कि विश्वविद्यालय के भविष्य को बचाने के लिए यह अनिश्चितकालीन आंदोलन आवश्यक हो गया है,और हम अपनी मांगों के पूरा होने तक संघर्ष जारी रखेंगे।
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(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला