Uttar Pradesh

कठपुतली के माध्यम से छात्रों ने सीखे संवैधानिक मूल्य, बच्चों में दिखा उत्साह

कठपुतली  कार्यक्रम को देखते लोग

वाराणसी, 07 मई (Udaipur Kiran) । भारत में संविधान लागू हुए 75 वर्ष पूरे हो चुके हैं। इस हीरक जयंती वर्ष के अवसर पर देशभर में विविध आयोजन हो रहे हैं। इसी क्रम में सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट और वाराणसी की क्रिएटिव पपेट आर्ट्स ग्रुप ने एक अनोखी पहल करते हुए छात्रों को कठपुतली नाटक के माध्यम से संवैधानिक मूल्यों की जानकारी दी।

संविधान की बात, कठपुतली के साथ शीर्षक से शनिवार को आशा ट्रस्ट केंद्र में इस रोचक प्रस्तुति का आयोजन किया गया। लगभग आधे घंटे की इस नाटक प्रस्तुति में छात्रों को संविधान की उद्देशिका, मौलिक अधिकार, कर्तव्य और अन्य संवैधानिक मूल्यों को सरल व मनोरंजक तरीके से समझाया गया। क्रिएटिव पपेट आर्ट्स ग्रुप के निदेशक मिथिलेश दुबे ने बताया, हमने प्रयास किया है कि बच्चों को संविधान की मूल भावनाओं से जोड़ते हुए उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा दी जाए। कठपुतली जैसी पारंपरिक कला के माध्यम से यह कार्य और भी प्रभावशाली बन जाता है।

ट्रस्ट के समन्वयक वल्लभाचार्य पांडेय ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य बच्चों को उनके अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों के प्रति भी जागरूक बनाना है। साथ ही विलुप्त होती जा रही कठपुतली कला को पुनर्जीवित करने की दिशा में यह एक सकारात्मक प्रयास है। कार्यक्रम में बच्चों की भागीदारी उत्साहजनक रही। प्रस्तुति के दौरान बच्चे न केवल सीखते नजर आए, बल्कि उन्होंने सवाल भी पूछे और संवैधानिक मुद्दों पर अपनी जिज्ञासाएं साझा कीं। आयोजकों का मानना है कि ऐसी शैक्षिक प्रस्तुतियों से बच्चों में सामाजिक जिम्मेदारी और संविधान के प्रति सम्मान की भावना विकसित होती है।

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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

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