जम्मू, 30 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । श्री माता वैष्णोदेवी विश्वविद्यालय के कौशल संवर्धन पाठ्यक्रम, जलविद्युत से परिचय के छात्रों ने हाल ही में बगलिहार जलविद्युत परियोजना का दौरा किया। श्री गौतम नरूला द्वारा समन्वित इस यात्रा में विभिन्न विषयों के छात्रों ने भाग लिया, जिसमें बी.टेक सिविल इंजीनियरिंग, बी.एससी. (ऑनर्स) बायोटेक्नोलॉजी और बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) शामिल हैं। इस बहु-विषयक समूह ने विश्वविद्यालय के सिविल इंजीनियरिंग स्कूल द्वारा सुगमतापूर्वक जलविद्युत से जुड़ी योजना, डिजाइन और संचालन के व्यावहारिक पहलुओं का पता लगाया।
जम्मू और कश्मीर में चिनाब नदी पर स्थित, बगलिहार जलविद्युत परियोजना की क्षमता 900 मेगावाट है और यह उत्तरी भारत के लिए एक महत्वपूर्ण ऊर्जा स्रोत के रूप में कार्य करती है। यात्रा के दौरान, परियोजना अधिकारियों ने छात्रों को जलविद्युत संचालन का विस्तृत अवलोकन प्रदान किया जिसमें बिजली उत्पादन से लेकर संचरण और वितरण तक सब कुछ शामिल था। उन्होंने छात्रों को बांध संरचनाओं, टर्बाइनों और जनरेटरों में शामिल उन्नत तकनीक से भी परिचित कराया।
साइट विजिट का मार्गदर्शन डॉ. वी.के. डोगरा, एसोसिएट प्रोफेसर और स्कूल ऑफ सिविल इंजीनियरिंग के प्रमुख, श्री गौतम नरूला, सहायक प्रोफेसर द्वारा किया गया। साथ में उन्होंने छात्रों की बड़े पैमाने की ऊर्जा परियोजनाओं की समझ को बढ़ाने के उद्देश्य से तकनीकी स्पष्टीकरण प्रदान किए। यह दौरा बगलिहार परियोजना के अधिकारियों के समर्थन से संभव हुआ जिन्होंने सभी उपस्थित लोगों के लिए एक मूल्यवान शिक्षण अनुभव सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा