गोरखपुर, 15 मई (Udaipur Kiran) । दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (डीडीयू जीयू) ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा जारी एक साथ 2 पाठ्यक्रम में अध्ययन संबंधी गाइड लाइन को पूर्व में ही अंगीकृत कर लिया है, और इस नीति को अब विश्वविद्यालय में प्रभावी रूप से लागू किया जा चुका है। इसके तहत अब विश्वविद्यालय के छात्र एक साथ दो शैक्षणिक कार्यक्रमों में अध्ययन कर सकते हैं — एक ही समय में, नियमानुसार। यह निर्णय राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 की भावना के अनुरूप लिया गया है, जो शिक्षा को बहु-विषयक, लचीला, अनुभवजन्य और समग्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। डीडीयूजीयू ने अपने अकादमिक और प्रशासनिक तंत्र को पहले से ही इस नीति के अनुरूप अनुकूलित कर लिया है। छात्रों को इस व्यवस्था का लाभ लेने के लिए विश्वविद्यालय की वेबसाइट और संबंधित विभागों से मार्गदर्शन प्राप्त हो सकता है। संबंधित दिशानिर्देश, आवेदन प्रक्रिया, और आवश्यक शर्तें विस्तृत रूप में उपलब्ध करा दी गई हैं।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति NEP 2020 शिक्षा को कठोर संरचनाओं से मुक्त कर छात्रों को जीवन भर सीखने के अनेक अवसर उपलब्ध कराने की बात करता है। इसमें रचनात्मक और लचीली पाठ्यक्रम संरचना को बढ़ावा देने, विषयों के बीच अंतर की दीवार को समाप्त करने और छात्रों को उनके रुचि के अनुसार अध्ययन की स्वतंत्रता प्रदान करने पर बल दिया गया है।
उच्च शिक्षा की बढ़ती माँग और सीमित सीटों के चलते, यूजीसी ने यह दिशा-निर्देश जारी किए, ताकि छात्र एक औपचारिक (Regular) और एक गैर-औपचारिक (ODL/Online) माध्यम से एक साथ दो कार्यक्रमों में अध्ययन कर सकें। दिशानिर्देश केवल अधिसूचना की तिथि से लागू होंगे, और इसके पहले दो कार्यक्रमों को एक साथ करने वाले छात्रों को इसका लाभ नहीं मिलेगा।
डीडीयू कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि विश्वविद्यालय ने यूजीसी के इन दिशानिर्देशों को समय रहते अपनाकर अपने छात्रों को शैक्षणिक लचीलापन और बहु-विषयक विकास का एक सशक्त अवसर प्रदान किया है। अब छात्र न केवल अपनी मुख्य पढ़ाई जारी रख सकते हैं, बल्कि अपने अन्य रुचिकर क्षेत्रों में भी दक्षता प्राप्त कर सकते हैं। यह कदम उन्हें समग्र, जागरूक, और व्यावसायिक रूप से अधिक सक्षम नागरिक बनने में मदद करेगा।
(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय
