जयपुर, 12 नवंबर (Udaipur Kiran) । राजस्थान विधानसभा उपचुनाव 2024 के मद्देनजर सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। सभी सात विधानसभा क्षेत्रों रामगढ़, दौसा, झुंझनूं, सलूम्बर, चौरासी, खींवसर और देवली-उनियारा में स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए कानून व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सभी विधानसभा क्षेत्राें में मतदान बुधवार काे हाेगा। इसके लिए सभी जिलाें में मतदान दल रवाना हाे चुके हैं।
राजस्थान की सात विधानसभा सीटों झुंझुनूं, रामगढ़, दौसा, देवली उनियारा, खींवसर, चौरासी और सलूंबर के लिए उपचुनाव होने हैं। इन सभी विधानसभा क्षेत्रों में कुल 69 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। दौसा और खींवसर में सर्वाधिक 12-12 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है जबकि सबसे कम 6 प्रत्याशी सलूंबर में किस्मत आजमा रहे हैं। चौरासी और रामगढ़ में 10-10 प्रत्याशी जबकि झुंझुनूं में 11 और देवली-उनियारा में आठ प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।प्रचार के अंतिम दिनों में नेताओं की ताबड़तोड़ रैलियां और चुनावी सभाएं जारी है। सभी राजनीतिक दलों के नेता अपने प्रत्याशी के समर्थन में लगातार रैलियां, चुनावी सभाएं और रोड शो करके समर्थन मांगने में जुटे हैं। प्रदेश में उपचुनाव वाली सात में पांच सीटें विधायकों के सांसद बनने से खाली हुई हैं, वहीं दाे सीटें विधायकों के निधन के कारण खाली हैं।
इन उपचुनाव में झुंझुनूं में भाजपा के राजेंद्र भांबू और कांग्रेस के अमित ओला, दौसा में भाजपा के जगमोहन मीणा और कांग्रेस के दीनदयाल बैरवा, चौरासी विधानसभा सीट पर भाजपा के कारीलाल ननोमा, बीएपी के अनिल कुमार कटारा और कांग्रेस के महेश रोत, खींवसर विधानसभा क्षेत्र में आरएलपी की कनिका बेनीवाल, भाजपा के रेवंत राम डांगा और कांग्रेस के रतन चौधरी, रामगढ विधानसभा सीट पर कांग्रेस के आर्यन जुबैर व भाजपा के सुखवंत सिंह, देवली उनियारा विधानसभा सीट पर भाजपा के राजेंद्र गुर्जर और कांग्रेस के कस्तूर चंद मीणा व उदयपुर जिले की सलूंबर सीट पर कांग्रेस की रेशमा मीणा, भाजपा की शांता अमृतलाल मीणा तथा बीएपी ने जितेश कुमार कटारा के चुनावी भाग्य का फैसला हाेगा।
इन क्षेत्रों में नाै हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी नियुक्त किए गए हैं। इनमें केंद्रीय पुलिस बलों की 43 कंपनियां मतदान के दौरान कानून-व्यवस्था की निगरानी एवं सुरक्षा करेंगी। रामगढ़ और दौसा में नाै-नाै, खींवसर में आठ, देवली-उनियारा में छह, चौरासी में पांच, झुंझुनूं में चार और सलूम्बर में दाे कंपनियों को संवेदनशील मतदान केंद्रों में तैनात किया गया है। इसके अतिरिक्त आरएसी की कुल 17 कम्पनियां तैनात होंगी। जिनमें रामगढ़, झुंझुनू, सलूम्बर, चौरासी और देवली-उनियारा में दाे-दाे, दौसा में तीन तथा खींवसर में चार कंपनियां तैनात होंगी। इसके अतिरिक्त राज्य पुलिस के कुल 6275 कार्मिक और होमगार्ड के 650 जवान तैनात किए गए हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि मतदान दिवस पर सघन जांच एवं निगरानी के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में फ्लाइंग स्क्वॉड, एसएसटी दल तैनात रहेंगे। चुनाव खर्च के लिहाज से संवेदनशील मतदान केंद्रों में अतिरिक्त निगरानी टीमें तैनात की गई है। मतदान के दौरान 1,122 मतदान केंद्रों की लाइव वेबकास्टिंग की जाएगी। एक ही लोकेशन पर तीन मतदान केंद्रों पर एक कैमरा और तीन मतदान केंद्रों से अधिक पर दो कैमरे मतदान कक्ष के बाहर लगाए जाकर मतदाताओं की लाइन व कानून व्यवस्था का जायजा लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से किया जाएगा। साथ ही, विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से संबंधित संपूर्ण जिले में भी कानून व्यवस्था के विशेष इंतजाम किए गए हैं। बाहरी अवांछित व्यक्तियों के प्रवेश को रोकने के उद्देश्य से सीलिंग और चेकिंग की कार्रवाई की जाएगी।
उन्हाेंने बताया कि इन सात विधानसभा क्षेत्रों के सभी 1,915 मतदान केंद्र कुल 1,366 लोकेशन पर हैं। जिनमें से 604 मतदान लोकेशन को संवेदनशील माना गया है। इन सभी लोकेशन पर केंद्रीय सुरक्षा बल तैनात की जा रही है। इनके अतिरिक्त 239 कानून व्यवस्था की दृष्टि से संवेदनशील लोकेशन हैं, जिन पर आरएसी की तैनाती की गई है। इस प्रकार कुल 843 मतदान केंद्र लोकेशन ऐसे हैं, जहां सुरक्षा बल की कड़ी निगरानी में है। सी-विजिल एप पर प्राप्त शिकायतों का निस्तारण भी 100 मिनट की समय सीमा के भीतर ही किया जा रहा है। रात्रि गश्त के जरिए पुलिस रात में भी कानून एवं व्यवस्था बनाए रखे हुए है। इन सात निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 313 माइक्रो ऑब्जर्वर नियुक्त किए गए हैं। राज्य में इन सात विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के दृष्टिगत 12 अंतरराज्यीय पुलिस नाके तथा आबकारी विभाग के 11 नाके लगाए गए हैं, जबकि अंतर जिला एवं अन्तर जिला पुलिस नाकों की संख्या 30 है। इन सभी 53 नाकों पर सीसीटीवी कैमरों से भी नजर रखी जा रही है।
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(Udaipur Kiran) / रोहित