Haryana

एनएचएम व एड्स कंट्रोल कर्मियों की मांगों को लेकर हड़ताल जारी

मांगों को लेकर धरने पर बैठे एड्स कंट्रोल कर्मचारी।

जींद, 3 अगस्त (Udaipur Kiran) । एनएचएम कर्मचारियों व एड्स कंट्रोल कर्मियों की हडताल शनिवार को नागरिक अस्पताल में जारी रही। स्वास्थ्यकर्मियों ने धरना दे सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

शनिवार को एनएचएम कर्मियों के धरने की अध्यक्षता झांझ कलां की सीएचओ रेनू ने की जबकि मंच का संचालन सीएचओ धरौदी गणपत ने किया। वहीं एड्स कंट्रोल कर्मियों के धरने की अध्यक्षता प्रधान संदीप ने की। स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाओं पर असर दिखने को मिला। हरियाणा राज्य एड्स कंट्रोल सोसाइटी के तहत आने वाले सभी सेंटर (आईसीटीसी सेंटर), ओएसटी सेंटर, एसटीआई सेंटर, ब्लड बैंक सेंटर, एआरटी को पूर्ण रूप से बंद रखा गया है।

जिला प्रधान संदीप श्योकंद ने कहा कि हरियाणा स्टेट एड्स कंट्रोल कर्मचारी पिछले काफी समय से अपनी मांगों का पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन उनकी मांगों पर कोई सुनवाई नही की जा रही है। मजबूरन उन्हें हडताल का निर्णय लेना पड़ा है। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों को एनएचएम की तर्ज पर सर्विस बायलॉज देने, अन्य राज्यों की तर्ज पर राज्य हिस्सा देने, पुरानी पड़ी फाइल (2017-18) की शर्तों को लागू करने आदि मांगों के बारे में एड्स राज्य संगठन ने समय-समय पर विभाग को अवगत करवा चुकी है लेकिन विभाग और सरकार द्वारा अभी तक कोई ठोस संतोषजनक कदम नही उठाया गया है। जिसके चलते बुधवार से उन्होंने अनिश्चितकालीन हडताल करने को मजबूर होना पड़ रहा है। जब तक उनकी मांगों को पूरा नही किया जाता है तब तक उनकी हडताल जारी रहेगी। पांच अगस्त को राज्य मुख्यालय पंचकूला के समक्ष कर्मियों द्वारा अनिश्चकालीन हडताल कर धरना व प्रदर्शन किया जाएगा।

एनएचम कर्मियों के धरने को संबोधित करते हुए रेनू ने कहा कि एनएचएम कर्मचारी पिछले काफी सालों से स्वास्थ्य विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैंं। बावजूद इसके सरकार उनकी मांगों की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही। उन्होंने कहा कि सरकार की अनदेखी के विरोध में एनएचएम के तहत चलने वाली सभी सेवाओं को पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि अगर सरकार समय रहते कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं करती तो आंदोलन को ओर तेज किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। उन्होंने कहा कि सरकार की अनदेखी के विरोध में एनएचएम के तहत चलने वाली सभी सेवाओं को पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है। जिसमें लेबर रुम, नर्सरी, केएमसी यूनिट, रेफरल, ट्रांसपोर्ट, मेंटल हेल्थ, स्कूल हेल्थ, आरबीएसके, आरकेएसके, एनसीडी, एनआरसीए टीबी व आयुष विभाग, पीपी सेंटर व रिपोटिंग के कार्य शामिल हैं। इस अवसर पर गौरव सहगल, सीएचओ कमलेश बिश्नोई, कुलदीप आर्य, प्रवीन, सुनील सैनी, डा. परमजीत, गोबिंदा, शीतल, डा. विजयपाल, सीमा, पूजा, विक्रम, राजरानी, जगदीप, पूनम, डा. प्रीति, संतोष मौजूद थी। उन्होंने मांग की कि एनएचएम कर्मचारियों ने पक्के कर्मचारी घोषित किया जाए। सांतवें वेतनमान का लाभ दिया जाए। सर्विस रूल के साथ कोई छेड़छाड़ न की जाए। कैशलैस मेडिकल सुविधा देने, एलटीसी, ग्रेजुटी व एक्सग्रेशिया का लाभ देने, कर्मचारियों को सेवा के अनुसार ईएल, स्टडी लीव, ट्यूशन फीस का लाभ देने, आयुष्मान भारत योजना के तहत सीएचओ कैडर की एसओपी को लागू करने, बांड प्रथा को समाप्त करने, एनएचएम कर्मचारियों को ट्रांसफर सुविधा देने, वर्ष 2017 से 2024 तक कर्मचारियों द्वारा दी गई हड़ताल अवधि का वेतन जारी करने व सेवा अवधि में गणना की जाए।

(Udaipur Kiran)

(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा शर्मा

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