हिसार, 26 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । सीआरपीएफ के सेवानिवृत जवान राजकुमार फौजी के आत्महत्या मामले में आराेपी डीएसपी व अन्य आराेपी पुलिस कर्मियाें की गिरफ्तारी की मांग काे लेकर धरना शुरू हाे गया है। परिजनों ने ऐलान किया है कि जब तक आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होगी, तब तक वे मृतक का दाह संस्कार नहीं करेंगे। लघु सचिवालय के समक्ष धरना दे रहे परिजनों ने शनिवार को आरोप लगाया कि पुलिस इस मामले में डीएसपी अशोक कुमार व अन्य आरोपितों को गिरफ्तार करने में जानबूझकर देरी कर रही है। परिजनों द्वारा दिए जा रहे धरने में अन्य संगठन भी पहुंचे और समर्थन दिया।
उपायुक्त प्रदीप दहिया ने मृतक राजकुमार न्याय समिति के प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए बुलाया। दोनों पक्षों में सौहार्दपूर्ण बातचीत हुई। डीसी प्रदीप दहिया ने आश्वासन दिया कि एक भी दोषी नहीं छोड़ा जाएगा और हम उचित कार्रवाई करेंगे। डीएसपी अशोक कुमार सहित 10 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। उपायुक्त ने परिजनों से अपील की कि वे पोस्टमार्टम करवाएं और अगली कारवाई तुरंत प्रभाव से हम डीएसपी स्तर के उच्च अधिकारियों से करवाएंगे। उपायुक्त ने कहा कि मृतक राजकुमार हमारे कार्यालय का कर्मचारी था, हम उसको जरुर न्याय दिलाएंगे।
उपायुक्त प्रदीप दहिया के आश्वासन पर मृतक राजकुमार फौजी के परिजनों, न्याय समिति व सामाजिक संगठनों ने सहमति दे दी। उन्होंने कहा कि वे पोस्टमार्टम करवा लेंगे, लेकिन जब तक सभी आरोपित गिरफ्तार नहीं हो जाते, हम दाह-संस्कार नहीं करेंगे। सोमवार को वे हिसार के एसपी से मिलेंगे और लघु सचिवालय गेट के सामने शांतिपूर्ण तरीके से अपना धरना प्रदर्शन करके मृतक राजकुमार फौजी को न्याय दिलाने की गुहार लगाएंगे।
मृतक राजकुमार फौजी को न्याय दिलाने के लिए सांकेतिक धरने पर कई संगठनों ने समर्थन दिया। इनमें भीम आर्मी, सीपीआईएम पार्टी, बीएसपी पार्टी, अखिल भारतीय किसान सभा, खेत मजदूर यूनियन, रिटायर्ड कर्मचारी संघ, संयुक्त किसान मजदूर यूनियन, बीकेयू एकता उग्राहां, बीकेयू चढूनी, भ्याण खाप, जय किसान आंदोलन, जांडली गांव के सरपंच, बीडीसी भूना के चैयरमैन, हिसार के एमसी, मृतक राजकुमार फौजी के परिजन, कालोनी के लोग, रिश्तेदार व दोस्त सहित कई गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर