
कोलकाता, 14 फरवरी (Udaipur Kiran) । माध्यमिक परीक्षा के बीच उच्च माध्यमिक परीक्षा को लेकर उच्च माध्यमिक शिक्षा संसद ने सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। संसद की ओर से स्पष्ट किया गया है कि परीक्षा के दौरान मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर किसी भी अन्य कारण से छुट्टी नहीं दी जाएगी। यह नियम केवल शिक्षकों के लिए ही नहीं, बल्कि शिक्षाकर्मियों पर भी लागू होगा। हालांकि, यदि किसी कर्मचारी को विशेष कारण से अवकाश की आवश्यकता है, तो शिक्षा परिषद के समक्ष उचित आवेदन प्रस्तुत करने पर उस पर विचार किया जाएगा।
इसके अलावा, सरकारी या सरकार से संबद्ध कार्यालयों में कार्यरत माता-पिता यदि एक साथ छुट्टी लेना चाहते हैं, तो केवल किसी एक को ही अवकाश दिया जाएगा। इसके लिए उन्हें शिक्षा परिषद के स्थानीय कार्यालय में उचित आवेदन जमा करना होगा।
इस नए निर्देश को लेकर शिक्षा समुदाय में असंतोष देखा जा रहा है। बंगाल शिक्षक एवं शिक्षाकर्मी संघ के महासचिव स्वपन मंडल ने इस फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान शिक्षकों व शिक्षाकर्मियों को अवकाश न देने का यह निर्णय सरकार के मौजूदा नियमों के अनुरूप नहीं है। उनका कहना है कि शिक्षा संसद के पास छुट्टी स्वीकृत करने का कोई अधिकार नहीं है, इसलिए इस निर्णय पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए।
शिक्षा संसद के इस सख्त फैसले के बाद अब शिक्षकों और शिक्षाकर्मियों को परीक्षा अवधि के दौरान पूरी तरह उपस्थित रहना होगा, जिससे परीक्षा संचालन में कोई बाधा न आए।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
