
शिमला, 17 मई (Udaipur Kiran) । जिला शिमला में नशे के बढ़ते प्रचलन, अवैध खनन और शराब तस्करी पर प्रभावी रोकथाम के लिए शनिवार को उपायुक्त कार्यालय के बचत भवन सभागार में जिला स्तरीय नार्को समन्वय केंद्र (एनकॉर्ड) की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने की।
बैठक में उपायुक्त ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि नशे के खिलाफ सभी विभागीय अधिकारी और हितधारक आपसी समन्वय से कार्य करें। उन्होंने अफीम और भांग की अवैध खेती की समय रहते जानकारी साझा कर उसे नष्ट करने के निर्देश दिए। साथ ही सभी विभागीय अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में 15 दिनों के भीतर कम से कम एक स्कूल में जाकर छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करें।
उपायुक्त ने बताया कि जिले में वर्तमान में 14 सक्रिय नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र संचालित हैं, जिनका हर छह महीने में निरीक्षण किया जाता है। स्वास्थ्य विभाग ने बैठक में नशे के उपचार संबंधी चिकित्सा पहलुओं की जानकारी साझा की। उन्होंने उपमंडल दंडाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे उपमंडल स्तर पर नशे के विरुद्ध अभियान चलाएं।
पुलिस अधीक्षक शिमला संजीव कुमार गांधी ने बताया कि जिला पुलिस नशा तस्करी को रोकने के लिए निरंतर कार्रवाई कर रही है और इस दिशा में कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
अवैध खनन पर हो कठोर कार्रवाई
उपायुक्त अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में अवैध खनन को लेकर भी बैठक आयोजित की गई, जिसमें उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि अवैध खनन को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला में अधिकृत अधिकारियों को चालान बुक जारी की जा चुकी हैं और उन्हें अधिक से अधिक चालान करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि अवैध खनन पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित हो सके।
उन्होंने कहा कि यदि किसी निजी भूमि से निकले मलबे को बिना अनुमति डंप किया जा रहा है तो ऐसी स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जाए। साथ ही अवैध डंपिंग पर भी कड़ी नजर रखने को कहा गया।
पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने भरोसा दिलाया कि अवैध खनन रोकने में पुलिस विभाग पूरी तरह सहयोग करेगा। इस दौरान खनन अधिकारी ने जिला में संचालित खनन गतिविधियों की जानकारी बैठक में साझा की।
शराब की अवैध तस्करी पर भी सख्ती
बैठक के दौरान उपायुक्त अनुपम कश्यप ने शराब की अवैध तस्करी को लेकर भी चिंता व्यक्त की और कहा कि इससे न केवल प्रदेश सरकार को राजस्व की हानि होती है, बल्कि यह लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है। उन्होंने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को समय-समय पर संयुक्त निरीक्षण करने और अवैध तस्करी की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
