– प्रभारी मंत्री ने गूगल मीट के जरीए की जिले की कानून व्यवस्था की समीक्षा
ग्वालियर, 18 नवंबर (Udaipur Kiran) । जिले में कानून व्यवस्था की स्थति चाक-चौबंद रहना चाहिए। अपराध करने वालों के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए, आदतन अपराधियों के विरूद्ध जिला वदर एवं आवश्यकता हो तो रासुका की कार्यवाही की जाए। प्रदेश के जल संसाधन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने सोमवार को गूगल मीट के माध्यम से ग्वालियर जिले की कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिए हैं।
मंत्री सिलावट ने सोमवार को जिले की कानून व्यवस्था के संबंध में प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों की बैठक की। उन्होंने स्पष्ट किया कि देश के मुख्यमंत्री मोहन यादव का संकल्प है कि प्रदेश भय मुक्त और अपराध मुक्त हो। अपराधियों के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए। बैठक में संभागीय आयुक्त मनोज खत्री, आईजी अरविंद कुमार सक्सेना, डीआईजी अमित सांघी, कलेक्टर रूचिका चौहान, पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह, नगर निगम आयुक्त अमन वैष्णव सहित पुलिस के मैदानी अधिकारी भी शामिल हुए।
प्रभारी मंत्री सिलावट ने समीक्षा बैठक में निर्देश दिए कि जिले में अपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए एक्शन प्लान तैयार कर प्रभावी कार्यवाही की जाए। हिस्ट्रीसीटर एवं आपराधिक प्रवृति के लोगों पर सख्त कार्यवाही के साथ साथ सतत निगरानी भी की जाए। जिन थाना क्षेत्रों में अधिक अपराध हो रहे हैं, वहां के थाना प्रभारी एवं सीएसपी की जिम्मेदारी निर्धारित की जाए।
जमीन संबंधी विवादों के निराकरण के लिए लगाए जाएं केंप
सिलावट ने कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान कहा है कि जिले में जमीन संबंधी विवादों के निराकरण हेतु एसडीएम एवं एसडीओपी के संयुक्त उपस्थिति में कैंप लगाकर जमीन संबंधी समस्याओं का निराकरण सुनिश्चित किया जाए।
पुलिस पैट्रोलिंग एवं रात्रि गस्त हो
प्रभारी मंत्री ने बैठक में यह भी कहा है कि जिले में चैकिंग पॉइंट स्थापित कर अपराध नियंत्रण के लिए मॉनिटरिंग की जाए। इसके लिए राज पत्रित अधिकारियों के साथ ही अतिरिक्त् पुलिस अधीक्षक स्वयं चैकिंग पॉइंटों का आकस्मिक निरीक्षण करें। सभी चैकिंग पॉइंटों पर अपराधों के नियंत्रण के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाए। जिले की प्रमुख सडकों एवं चौराहों पर भी पुलिस की उपस्थिति बडाई जाए। शहर में यातायात प्रबंधन के लिए भी संयुक्त रूप से कार्यवाही की जाए।
सिलावट ने यह भी निर्देशित किया है कि अवैध शराब, नशे की वस्तुओं के विक्रय एवं सट्टे बाजी के नियंत्रण के लिए भी प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। शहर की प्रमुख सडकों एवं शराब दुकानों के आसपास खुले में शराब का सेवन करने वालों के विरूद्ध भी कार्यवाही की जाए। इसके साथ ही ढाबों, होटलों एवं लॉज आदि की नियमित चैकिंग की जाए।
उन्होंने समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए कि गंभीर अपराध पर ठोस कार्यवाही एवं विशेष निगरानी के साथ ही गिरफतारी की जाए। इसके साथ ही गंभीर मामलों में जमानत पर छूटे अपराधियों की भी सतत निगरानी हो। इनके द्वारा पुन: अपराध किए जाने की दशा में उनकी गिरफतारी एवं जमानत निरस्तीकरण का आवेदन 24 घंटे में न्यायालय में प्रस्तुत किया जाए। अपराधियों में पुलिस का डर होना चाहिए, आपसी रंजिस या अन्य कारणों से जो अपराध हो रहे हैं उनमें नियंत्रण की जबावदारी पुलिस अधिकारियों की है।
प्रभारी मंत्री सिलावट ने समीक्षा बैठक में यह भी कहा कि जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी जनप्रतिनिधियों, समाज के प्रमुख लोगों के साथ संवाद स्थापित कर कानून व्यवस्था के संबंध में चर्चा करें। चर्चा के दौरान जो महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त हो उन पर अमल किया जाए। कोचिंग संस्थानों एवं कॉलेजों पर भी निगरानी करने के साथ ही संचालकों एवं प्राचार्य गणों से भी समय समय पर संवाद स्थापित किया जाए। प्रभारी मंत्री ने यह भी स्पष्ट कहा है कि शहर में दुकानें रात्रि 11:30 बजे तक बंद कराई जाएं, ताकि बाजारों में अनावश्यक भीड जमा न हो और अपराधों पर नियंत्रण हो सके।
संभागीय आयुक्त मनोज खत्री ने समीक्षा बैठक में कहा कि जिले में कानून व्यवस्था को बेहतर करने के लिए प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारी संयुक्त् रूप से कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे। इसके साथ ही वरिष्ठ अधिकारी भी समय समय पर शहर का भ्रमण, यातायात प्रबंधन और अपराधों के नियंत्रण के लिए आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे।
मेले की व्यवस्थायें एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए हो कार्यवाही
प्रभारी मंत्री सिलावट ने समीक्षा बैठक में कहा कि ग्वालियर का एतिहासिक मेला दिसम्बर माह में आयोजित होगा। इस मेले की सभी व्यवस्थायें समय रहते पूर्ण की जाएं। इसके साथ ही शहर में प्रदूषण नियंत्रण के लिए भी कारगर कदम उठाये जाऐं। नगर निगम आयुक्त अमन वैष्णव को निर्देश दिए हैं कि मेले की साफ सफाई एवं प्रदूषण नियंत्रण के लिए समुचित कार्यवाही सुनिश्चित करें।
आईजी अरविंद कुमार सक्सैना ने कानून व्यवस्था के संबंध में विस्तार से अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि जिले में अपराध नियंत्रण के लिए आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चत की जा रही है। इसके साथ जो आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं, उनका कढाई से पालन किया जाएगा। कलेक्टर रूचिका चौहान ने समीक्षा बैठक में कहा कि जिले में कानून व्यवस्था के लिए प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारी संयुक्त रूप से भ्रमण एवं कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे। आदतन अपराधियों के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी। यातायात प्रबंधन के लिए भी संयुक्त प्रयास से व्यवस्था को और बेहतर बनाया जाएगा। जनप्रतिनिधियों और प्रमुख नागरिकों से चर्चा कर उनके आवश्यक सुझाव प्राप्त करने के साथ साथ उन पर अमल भी हो यह सुनिश्चित किया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने जिले में कानून व्यवस्था के संबंध में गत वर्षों में गठित अपराधों की तुलनात्मक जानकारी प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि जिले में घठित अपराधों में शामिल अपराधियों को पकडने की कार्यवाही सुनिश्चित की गई है। उन्होंने आश्वस्त किया कि जिले में अपराध नियंत्रण के लिए सख्त से सख्त कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
(Udaipur Kiran) तोमर