
हरिद्वार, 11 अप्रैल (Udaipur Kiran) । आज एसएमजेएन पीजी कॉलेज में आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ तथा करियर काउंसलिंग प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में परीक्षा तनाव और तनाव से निपटने की प्रक्रिया पर एक संवादात्मक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्र पुरी ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि कोई भी राष्ट्र तभी सशक्त बन सकता हैं जब उसके युवा खुशहाल और तनाव रहित हो। उन्होंने कहा कि आज हम सभी का दायित्व हैं कि हम सामूहिक प्रयासों द्वारा युवाओं को सही दिशा देने का कार्य करें।
इस अवसर पर अपने सन्देश में प्राचार्य प्रो सुनील बत्रा ने कहा कि तनाव व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर बना देता हैं। उन्होंने कहा कि तनाव से मुक्ति के लिए समय रहते प्रयास जरूरी हैं अन्यथा तनाव अपराध को भी जन्म दे देता हैं।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित मनोवैज्ञानिक सलाहकार तथा पंजीकृत सीबीएसई काउंसलर चारु सहगल ने प्रश्नावली के माध्यम से सभी छात्र-छात्राओं का मनोवैज्ञानिक परीक्षण किया तथा छात्र-छात्राओं को मानसिक तनाव से निपटने के सुझाव दिए। चारु सहगल ने बताया कि परीक्षा के समय जो तनाव होता हैं कई बार छात्र छात्राएं उसके अत्यधिक दबाव में आ जाते हैं। उन्होंने बताया कि तनाव का सीधा संबंध पेट से होता है जो कि शरीर की सम्पूर्ण क्रियाप्रणाली को प्रभावित कर सकता हैं।
उन्होंने इस तनाव के लक्षणों के विषय में भी विस्तार से बताते हुए तनाव से बचने के लिए खान-पान के सही तरीको के विषय में भी जानकारी दी। उन्होंने तनाव के शारीरिक, व्यावहारिक और भावनात्मक लक्षणों के बारे में बताते हुए परीक्षा के समय पढ़ने की तकनीक तथा विषय से संबंधित तनाव को दूर करने की तकनीक भी बताई। इस अवसर पर उन्होंने छात्र छात्राओं के प्रश्नों के उत्तर देकर उनकी समस्याओं का समाधान भी किया।
इस अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. संजय कुमार माहेश्वरी ने बताया कि तनाव आधुनिक जीवन शैली की ही देन है और परीक्षा में सबसे अधिक तनाव माता-पिता ही देते हैं। डॉ. माहेश्वरी ने कहा कि समय प्रबंधन के द्वारा ही परीक्षा के तनाव को कम किया जा सकता हैं।
इस अवसर पर डाॅ. शिव कुमार चौहान, डॉ. मनोज कुमार सोही, डाॅ. सरोज शर्मा, डाॅ. आशा शर्मा, डाॅ. अनुरीषा, डाॅ. पल्लवी, रिंकल गोयल, रिचा मिनोचा, डाॅ. रजनी सिंघल, डाॅ. रेनू सिंह, डाॅ. विनिता चौहान, विनित सक्सेना, डाॅ. पदमावती तनेजा, डाॅ. पूर्णिमा सुन्दरियाल तथा कार्यालय अधीक्षक मोहन चन्द्र पाण्डेय आदि सहित कॉलेज के अनेक शिक्षक व कर्मचारी उपस्थित थे।
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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
