
जम्मू, 15 मई (Udaipur Kiran) । मानवीय प्रतिबद्धता और सामुदायिक जुड़ाव के एक मजबूत प्रदर्शन में भारतीय सेना पुंछ में विस्थापित परिवारों को अपना समर्थन देना जारी रखा है। सेना इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान उनकी सुरक्षा, जीविका और कल्याण सुनिश्चित कर रही है। ये प्रयास कमजोर समुदायों की सुरक्षा और क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए सेना के अटूट समर्पण को उजागर करते हैं।
अपने चल रहे आउटरीच के हिस्से के रूप में सेना ने मॉडल अकादमी सागरा में एक सामुदायिक बातचीत का आयोजन किया, जिसमें माता-पिता और छात्रों के साथ निकटता से बातचीत की गई। इस पहल का उद्देश्य विश्वास का निर्माण करना, संवाद को प्रोत्साहित करना और शिक्षा, लचीलापन और नागरिक जिम्मेदारी के मूल्य पर जोर देकर युवाओं को प्रेरित करना था।
इस तरह की बातचीत सेना के राष्ट्र निर्माण के व्यापक मिशन को दर्शाती है जहां सुरक्षा को सक्रिय सामाजिक भागीदारी के साथ जोड़ा जाता है। सहयोग और सहानुभूति में निहित संबंधों को बढ़ावा देकर, भारतीय सेना पुंछ जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों के सामाजिक ताने-बाने को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। सागरा में मानवीय और शैक्षिक पहुंच सेना की न केवल सीमाओं की रक्षा करने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है, बल्कि समुदायों के उत्थान और अधिक सुरक्षित तथा जुड़े हुए समाज को सुनिश्चित करने की भी प्रतिबद्धता है।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
