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श्योपुर, 30 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । कुंडेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन सोमवार को कथावाचक आचार्य दीपदेव महाराज ने श्रद्धालुओं को भगवान के 24 अवतार व द्रोपदी चरित्र की कथा का विस्तार वृतांत सुनाया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में भक्तजन मौजूद रहे।
कथा में आचार्य दीपदेव महाराज ने कहा कि, भगवान विष्णु हमेशा अपने भक्तों का कल्याण करते हैं। भक्तों के कल्याण व दुष्टों के नाश के लिए ही भगवान अवतार लेते है। भगवान विष्णु ने श्रीकृष्ण के रूप में जब अवतार लिया था तो उन्होंने कंस का वध किया। जिसके बाद महाभारत में उन्होंने गीता का संदेश दिया जो मानव जीवन की सच्चाई है। अगर हम भागवत गीता में निहित ज्ञान को जान ले तो हमें मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है। उन्होंने कहा कि, जब-जब पृथ्वी पर संकट आता है तब भगवान किसी न किसी रूप में अवतार लेते है। कथा में उन्होंने कहा कि, हमें जीवन में ईश्वर की भक्ति अवश्य करनी चाहिए। ईश्वर की भक्ति करने से न केवल मन की शांति मिलती है, बल्कि मानव का कल्याण भी होता है। जब तक जीव संसार के सुखों का त्याग नहीं करेगा। तब तक भगवान की कृपालुता का अनुभव नहीं कर सकता। कथा में आगे द्रोपदी चरित्र का विस्तार पूर्वक वर्णन सुनाया। इसके बाद श्रद्धालुओं ने महाआरती की, जिसके पश्चात श्रीमद्भागवत कथा को विराम दिया गया।
(Udaipur Kiran) / शरद शर्मा
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