Assam

आज रस पूर्णिमा: कृष्ण वंदना की राज्यव्यापी गूंज

रासलीला।

गुवाहाटी, 15 नवंबर (Udaipur Kiran) । पूरे असम में आज से रास महोत्सव शुरू हो गया है। इस रास महोत्सव को लेकर व्यापक तैयारियां बीते कुछ दिनों से की जा रही थी। असम के साथ ही पूरे पूर्वोत्तर भारत में सैकड़ों स्थान पर रास महोत्सव का आयोजन हो रहा है। हर तरफ रास लीला के लिए रिहर्सल के साथ ही सजावट तथा झांकियां प्रस्तुत करने की तैयारी चल रही थी।

आज रास पूर्णिमा है। राज्य का वातावरण श्रीकृष्ण वंदना से गूंज रहा है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में रास महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।

राज्य भर में रास महोत्सव आज से शुरू होकर अघहन महीने के अंत तक चलेगा।

रास महोत्सव को लेकर नलबाड़ी, हावली, माजुली, पलासबारी, मंगलदै, शिवसागर आदि के साथ ही राज्य के विभिन्न हिस्सों में व्यापक तैयारियां बीते एक माह से की गई है।

उल्लेखनीय है कि नलबाड़ी में इस बार 14 दिवसीय कार्यक्रम के साथ रास महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।

नलबाड़ी के रास में 11 मोबाइल थिएटर प्रदर्शन करेंगे। की अन्य कार्यक्रम भी होंगे। यहां रास के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में प्रतिमाएं लाकर लगाई जा चुकी हैं। वहीं, जीवंत रास भी आयोजित हो रहे हैं।

उत्सव पसंद असम की जनता जहां कार्तिक महीने में लक्ष्मी पूजा, काति बिहू, काली पूजा, भाई फोटा से लेकर अनेक प्रकार के उत्सव मनाए हैं। वहीं, अगहन महीने भर रास महोत्सव को लेकर लोग उत्सवपूर्ण परिवेश बनाए रखेंगे। असम एक ऐसा प्रदेश है, जहां के लोग उत्सव पसंद करते हैं। पूरे वैशाख महीने में रंगाली बिहू के मौके पर रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन होता है। इसी प्रकार कार्तिक और अगहन महीने में विभिन्न प्रकार के उत्सव मनाए जाते हैं।

ये उत्सव न सिर्फ असम बल्कि बृहत्तर असम यानी पूरे पूर्वोत्तर राज्य में मनाए जाते हैं। असम के साथ-साथ मणिपुर, त्रिपुरा समेत पूर्वोत्तर के कई राज्यों में रास महोत्सव इस महीने मनाए जा रहे हैं। वहीं, इन उत्सवों के मौके पर क्रिश्चियन बहुल राज्यों- नगालैंड, मेघालय, मिजोरम आदि में भी अलग-अलग प्रकार से उत्सव मनाया जाते हैं। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि इस पूरे महीने पूरे पूर्वोत्तर का माहौल उत्सवमय रहेगा।

(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश

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