बांदा, 16 जनवरी (Udaipur Kiran) । जबरन किन्नर बनाने और धमकाने के आरोपों से जुड़े मामले में पुलिस ने पीड़ितों के न्यायालय में 164 के बयान दर्ज कराए हैं। पीड़ित किन्नरों ने न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष अपनी आपबीती सुनाई।
यह मामला बीते 20 दिनों से चर्चा में है। आरोप है कि अतर्रा, चित्रकूट, और शहर कोतवाली क्षेत्र के किन्नरों को जबरन किन्नर बनाया गया। पीड़ितों का आरोप है कि किन्नर धीरो उर्फ कैटरीना, मधु, और बन्नो ने अपने साथियों के साथ मिलकर उनका जबरदस्ती ऑपरेशन कराया। इसके साथ ही उन्हें नशीली दवाएं दी गईं और धमकाया गया।
पुलिस ने इन आरोपों पर कार्रवाई करते हुए अतर्रा थाने में तीन और शहर कोतवाली में एक मामला दर्ज किया। इसके अलावा, एसपी कार्यालय परिसर में मारपीट का मामला भी सामने आया, जिस पर शहर कोतवाली में पांचवां मुकदमा दर्ज किया गया। इसी दौरान किन्नर धीरो उर्फ कैटरीना ने भी जदयू प्रदेश अध्यक्ष शालिनी सिंह पटेल और शिकायत करने वाले किन्नरों के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज कराया।
पुलिस अधिकारी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच में तेजी ला रहे हैं। गुरुवार को अतर्रा कस्बा चौकी इंचार्ज शिवकुमार ने पीड़ित किन्नरों शिवाकांत उर्फ खुशबू और नौशाद उर्फ जैस्मिन के बयान न्यायालय में दर्ज कराए। न्यायिक मजिस्ट्रेट ने घटना की पूरी जानकारी लेकर उनके बयान दर्ज किए हैं। पुलिस अब इन बयानों के आधार पर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
कानपुर अस्पताल के रिकार्ड देने में टालमटोल
अतर्रा में दर्ज मामलों की जांच के दौरान पुलिस पीड़ित किन्नरों को कानपुर के एक अस्पताल ले गई, जहां कथित रूप से ऑपरेशन कराए गए थे। लेकिन अस्पताल संचालक रिकार्ड उपलब्ध कराने में आनाकानी कर रहे हैं। पीड़ितों ने अस्पताल के स्टाफ और चिकित्सकों के नाम बताए और बताया कि ऑपरेशन के बाद उन्हें कहां भर्ती किया गया था।
हालांकि, अस्पताल संचालक और डॉक्टरों ने इस तरह के ऑपरेशन से इंकार किया है। फिर भी पुलिस अपने स्तर पर जांच कर रही है और सबूत जुटाने की कोशिश में है।
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(Udaipur Kiran) / अनिल सिंह