बीजापुर, 15 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिले के आवासीय विद्यालयों में अध्यनरत दो छात्रों की मलेरिया से मौत के बाद साेमवार काे स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल अपने एक दिवासीय प्रवास पर बीजापुर पहुंचे। स्वास्थ्य मंत्री ने जिला अस्पताल का दौरा कर वहां भर्ती बच्चों के अलावा अन्य मरीजों से मुलाकात किया और उनका हाल-चाल भी जाना। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के द्वारा जिले के आला अधिकारियाें के साथ समीक्षा बैठक जारी है।
जिला अस्पताल के निरीक्षण के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पांच सालों में बस्तर को मलेरिया मुक्त बनाने की दिशा में कारगर पहल की जा रही है। सिर्फ बीजापुर ही नहीं बल्कि प्रदेश की तमाम उन अस्पतालों की व्यवस्थाओं में सुधार की जाएगी। इसके अलावा बीजापुर जिला अस्पताल में जो सुविधा नहीं है वह सुविधा भी जल्द ही उपलब्ध करवाई जाएगी। वहीं बच्चों की मौत के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा की मौसम के अनुसार आने वाले तमाम बीमारियों और उनसे निपटने के लिए सरकार कटिबद्ध है। प्रदेश सरकार चाहती है कि प्रदेश का हर व्यक्ति स्वस्थ रहे इसलिए उनके इलाज के लिए संपूर्ण व्यवस्थाएं और सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। दोनों बच्चों की मौत किन कारणों से हुई है मलेरिया से हुई है, या किसी अन्य बीमारी से हुई है, इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से चर्चा की जाएगी और इस पर जो उचित हो सकता है किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि कांग्रेस मजबूत विपक्ष की तरह मुद्दे उठाएं। उन्हाेंने कहा कि कांग्रेस के कायर्काल के दाैरान पिछले साल के आंकड़े इस साल से कहीं ज्यादा थे, कांग्रेस के शासनकाल में मौतें भी ज्यादा हुई हैं। उन्होंने बताया कि जब 2018 में हमारी सरकार थी, उस समय छत्तीसगढ़ में 1000 में 11 लोग मलेरिया से प्रभावित होते थे, और 2023 में भाजपा के सत्ता संभालने के समय 1000 में 33 व्यक्ति हो गए. तीन गुना मरीज कांग्रेस कार्यकाल में बढ़े। हम लोगों ने सरगुजा को मलेरिया मुक्त किया है, लेकिन बस्तर के कुछ जिले रह गए हैं, उन्हें भी जल्द मलेरिया मुक्त करेंगे। पूरे बस्तर को मलेरिया मुक्त करने का पांच सालों में प्रयास रहेगा।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / राकेश पांडे / चन्द्र नारायण शुक्ल