धमतरी, 22 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । शहर के गांधी मैदान धमतरी में 22 अक्टूबर से छत्तीसगढ़ प्रदेश दस्तावेज लेखक एवं स्टाम्प वेंडर संघ जिला धमतरी इकाई के पदाधिकारी व सदस्य अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए है। हड़तालियों को अचल संपत्ति के क्रय विक्रय की रजिस्ट्री के लिए लाए जा रहे नए नियमों से बेरोजगार होने की आशंका सता रहा है, इससे उनमें आक्रोश है।
धमतरी जिले में 80 से अधिक स्टाम्प वेंडर है। जिसमें धमतरी तहसील में 29 स्टाम्प वेंडर है। इनके हड़ताल में जाने से आम लोगों का रजिस्ट्री संबंधी कार्य प्रभावित हो गया है। संघ के अध्यक्ष संजय लछवानी ने बताया कि प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों ने पिछले महीने महानिरीक्षक पंजीयन से मुलाकात कर संघ की समस्याओं पर चर्चा किए थे। चर्चा में 15 दिन के अंदर विभागीय मंत्री को प्रस्ताव भेजने की बात कही गई थी। आज दिनांक तक इस पर कोई पहल नहीं की गई है। इसके चलते प्रदेश के सभी जिला और तहसील में दस्तावेज लेखक और स्टाम्प वेंडर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे है। वर्तमान में ई-स्टांप वेंडरों का कमीशन काफी कम कर दिया गया है, जिसे पूर्व मैनुअल स्टाम्प की भांति कमीशन दो प्रतिशत दिया जाना सुनिश्चित किया जाए। स्टांप वेंडर संजय भोसले ने बताया कि हम सभी स्थानीय पंजीयन कार्यालय धमतरी में वर्षों से दस्तावेज लेखन एवं स्टाम्प विक्रय का काम कर रहे हैं। इसी काम से अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। विभिन्न माध्यमों से पता चल रहा है कि शासन द्वारा एक मोबाइल एप्लीकेशन तैयार किया जा रहा है। जिसके माध्यम से शासन द्वारा पेपर लेस एवं फेसलेस रजिस्ट्री कराने की तैयारी चल रही है। इस मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपनी जमीन का पंजीयन करा सकेगा, इसके लिए उसे दस्तावेज लेखक एवं स्टांप वेंडर के पास जाने की आवश्यकता नहीं होगी। जमीन के पंजीयन में हमारी कोई भूमिका नहीं रहेगी, जिससे हमारा बेरोजगार होना स्वाभाविक है। हड़ताल में छबिलाल माली, योगेश मीनपाल, नारायण साहू, सकलेन कुरैशी, घनश्याम राव सहित अन्य स्टाम्प वेंडर उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा