
– सतत विकास लक्ष्य और पीएम गति शक्ति पर एक दिवसीय कार्यशाला गोपेश्वर, 19 दिसंबर (Udaipur Kiran) । चमोली जिले में सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) और पीएम गति शक्ति पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन गुरुवार को जिला पंचायत सभागार में किया गया। परियोजना निदेशक आनंद सिंह की अध्यक्षता में हुई इस कार्यशाला में अधिकारियों को एसडीजी की प्रगति और पीएम गति शक्ति पोर्टल के महत्व पर जानकारी दी गई।एसडीजी विशेषज्ञ करुणाकर सिंह ने कार्यशाला के दौरान बताया कि उत्तराखंड ने गत वर्ष सतत विकास लक्ष्यों में पूरे देश में पहला स्थान हासिल किया था। उन्होंने इस उपलब्धि को बनाए रखने और धीमी प्रगति वाले लक्ष्यों में सुधार लाने पर जोर दिया। पीएम गति शक्ति विशेषज्ञ ऐश्वर्या ने पोर्टल के उपयोग और इसकी नियोजन क्षमताओं पर प्रकाश डालते हुए अधिकारियों से योजनाओं का समयबद्ध डाटा अपडेट करने की अपील की।परियोजना निदेशक आनंद सिंह ने कहा कि पीएम गति शक्ति और सतत विकास लक्ष्य भारत सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल हैं और प्रधानमंत्री कार्यालय एवं नीति आयोग इनकी नियमित मॉनिटरिंग करता है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को योजनाओं को धरातल पर प्रभावी क्रियान्वयन और सटीक डाटा पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश दिए।जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी विनय जोशी ने सतत विकास लक्ष्यों को 2030 तक पूरा करने के लिए बनाए गए विजन डॉक्यूमेंट की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि चमोली जनपद में कुछ लक्ष्यों पर प्रगति धीमी है, जिनमें सुधार के लिए विभागों के साथ चर्चा की गई है।कार्यशाला में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अभिषेक गुप्ता, जिला शिक्षा अधिकारी श्रीकांत पुरोहित समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान सभी विभागों को एसडीजी और पीएम गति शक्ति के तहत बेहतर समन्वय के साथ कार्य योजना बनाने पर जोर दिया गया।
(Udaipur Kiran) / जगदीश पोखरियाल
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