Jharkhand

अक्षय तृतीया पर श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर की उद्यास्तमन सेवा

भगवान श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर  की पूजा करते श्रद्धालुओं की फोटो

रांची, 30 अप्रैल (Udaipur Kiran) ।

दिव्यदेशम श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर (तिरुपति बालाजी) मंदिर में वैशाख शुक्ला तृतीय तिथि के अवसर पर बुधवार को उद्यास्तमन सेवा की गई। इस अवसर पर पद्मावतीवल्लभ श्रीनिवास भगवान समेत श्रीश्रीदेवी, श्रीभूमि देवी और भगवान के उत्सव विग्रह, भोग विग्रह और श्रीपति (शालीग्राम) भगवान सहित चक्रराज सुदर्शन का दूध, दहि, हरिद्राचूर्ण और चंदन से महाभिषेक कराया गया ।

इसके बाद भगवान श्रीमन्नारायण दंपति को वस्त्राभूषणों से अलंकृत करके दिव्य सुवासित फूलों से भव्य श्रृंगार किया गया। बाद में भगवान का सत्ताइस दीयों से नक्षत्र आरती, कुम्भ आरती और कर्पूर की बाती से महाआरती की गई।

भगवान को लगा फल और मेवे का भोग

इस अवसर पर भगवान की स्तुपति की गई। भगवान को सूजी का हलवा, आलू पकौड़ा, फल और मेवे का भोग लगाया गया । इसके बाद शातुमोरा, पल्लाण्डु और गुरूपरंपरा -तदियाराधन के साथ- साथ गोष्ठी, तीर्थ, शठारी और प्रसाद बांटा गया। पूरा मंदिर श्रद्धालुओं की भीड़ से भरा हुआ था और भगवान के जयकारे से आसपास का वातावरण गूंजायामन हो रहा था।

वहीं उद्यास्तमन सेवा सहित महाभिषेक के यजमान पुलक सिंघानिया, उनकी पत्नी आयुषी सिंघानिया थे। दिन का भोग डॉ सुभाष और उनकी पत्नी सुरभि पोद्दार की ओर से लगाया गया। एक-एक समय का भोग नीलोत्पल मजूमदार बेंगलुरू और आंध्र प्रदेश के रंगाचरण की ओर से लगा।

इस अवसर पर राम अवतार नारसरिया, अनूप अग्रवाल, प्रदीप नरसरिया, गौरी शंकर साबू, रंजन सिंह, सुशील लोहिया, प्रभास मित्तल, सुशील गरोदिया सहित अन्य श्रद्धालू मौजूद थे।

अक्षय तृतीया पर गहनों की हुई जोरदार ब्रिकीअक्षय तृतीया के अवसर पर रांची के विभिन्‍न जेवर दुकानों में गहनों की जोरदार बिक्री हुई। इस अवसर पर महिलाओं ने कई तरह के डिजाइन के टप्‍स, नत्‍थे, कंगन, चेन और ब्रासलेट तथा झुमकों की खरीदारी की। दुकानदारों ने बताया कि अक्षय तृतीया पर दिवाली की तरह गहनों की बिक्री होती है और ग्राहक इस अवसर पर करोडों रुपए की खरीदारी करते हैं।

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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak

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