Uttrakhand

मानसिक विकृतियां दूर करने के लिए खेल सबसे अच्छी पद्धतिः प्रो. सुनील

सम्मानित करते हुए

हरिद्वार, 31 अगस्त (Udaipur Kiran) । तनाव के कारण उत्पन्न मानसिक विकृतियों को दूर करके खेल समाधान प्रदान करने की सबसे प्राकृतिक पद्वति है। खिलाडी सामाजिक तनाव की स्थिति में एक सामान्य व्यक्ति की तुलना में बेहतर तालमेल मिलाकर स्वतः ही तनाव से निराकण प्राप्त कर लेने में माहिर होता है।

शनिवार को दयानंद स्टेडियम परिसर में आयोजित वालीबॉल प्रतियोगिता के के समापन पर गुरुकुल कांगडी समविश्वविद्यालय के कुलसचिव एवं पर्यावरण वैज्ञानिक प्रो.सुनील कुमार ने शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग में छात्र-खिलाडियों के पारितोषिक वितरण समारोह को संबोधित करते हुए यह बातें कही। इस दौरान बीपीएड टाईगर एवं बीपीईएस पेंथर टीमों के खिलाडियों को मेडल प्रदान किये।

दो दिवसीय वालीबॉल प्रतियोगिता में बीपीएड टाईगर प्रथम (विजेता) एवं बीपीईएस पेंथर 28-26 स्कोर के साथ द्वितीय स्थान (उपविजेता) पर रही। विभागीय प्रभारी डॉ. अजय मलिक ने बिना हार-जीत के खेल को सकारात्मक भाव के साथ खेलना की खेल की विधा है।

डॉ. शिवकुमार चौहान ने कहा कि एक खिलाडी मानसिक रूप से अधिक सबल एवं शारीरिक रूप से अधिक कुशल होता है। जिसका प्रभाव उसके स्वभाव एवं व्यक्तित्व पर पडता है। कार्यक्रम में डॉ. अनुज कुमार, डॉ. प्रणवीर सिंह, डॉ. धर्मेन्द्र बालियान, कोच सुनील कुमार, अश्वनी कुमार, सुरेन्द्र कुमार, कुलदीप, राजेन्द्र सिंह आदि शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. शिवकुमार चौहान ने किया।

(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

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