जम्मू, 18 दिसंबर (Udaipur Kiran) । 108 कुंडीय गौ गोपाल महायज्ञ का शुभारम्भ बड़े उत्साह और भक्तिभाव के साथ हुआ। पहले दिन शास्त्रों के पारंगत आचार्यों ने सैकड़ों यजमानों को पवित्र देव पूजन अनुष्ठान सम्पन्न कराया। दिन का समापन पापघट दान समारोह के साथ हुआ जो आध्यात्मिक शुद्धि का एक गहन कार्य है।
इस भव्य आयोजन के संरक्षक पूज्य श्री गंगाधर जी ने देव पूजन अनुष्ठान में स्वयं यजमान के रूप में भाग लिया। कार्यवाही के दौरान उन्होंने न केवल ऐसे आयोजनों के आध्यात्मिक लाभों पर प्रकाश डाला बल्कि उनके व्यापक सामाजिक और आर्थिक महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे धार्मिक आयोजन समाज के सभी वर्गों के बीच आपसी प्रेम, विश्वास, भाईचारा, सहयोग, एकता और सद्भाव को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि ऐसी आध्यात्मिक गतिविधियों में भागीदारी के माध्यम से बच्चों में नैतिक मूल्यों का स्वतः विकास होता है।
इस आयोजन में कई भक्तों ने भाग लिया जिन्होंने श्री द्वारकानाथ शास्त्री महाराज जी की समाधि के दर्शन किए। उन्होंने देव पूजन किया, सत्संग सुने और यज्ञशाला के दिव्य वातावरण का आनंद लेते हुए परिक्रमा की। पूज्य श्री गंगाधर जी ने इस अवसर पर कार्यक्रम के दौरान पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं को प्रोत्साहित किया। उन्होंने श्रद्धालुओं को प्लास्टिक की थैलियों से बचने और कूड़े को कूड़ेदान में जिम्मेदारी से निपटाने की सलाह दी, धार्मिक आयोजनों में पर्यावरण स्वच्छता के महत्व पर जोर दिया। यज्ञ आयोजकों ने सभी श्रद्धालुओं के लिए निरंतर भोजन प्रसाद वितरण सुनिश्चित किया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा