Jammu & Kashmir

राजौरी में 7 रहस्यमय मौतों की जांच में सहायता के लिए विशेष टीमें पहुंचीं जम्मू

जम्मू 14 दिसंबर (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के एक दूरदराज के गांव में दो परिवारों के सात लोगों की हाल ही में हुई मौत की चल रही जांच में मदद के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से तीन प्रमुख स्वास्थ्य संस्थानों के विशेषज्ञों की विशेष टीमें जम्मू पहुंच गई हैं। एक वरिष्ठ डॉक्टर ने शनिवार को यह जानकारी दी।

कोटरंका के बधाल गांव में 8 और 12 दिसंबर को दो अलग-अलग घटनाओं में सात लोगों जिनमें एक व्यक्ति और उसके चार बच्चे और एक अन्य जोड़े के दो अन्य भाई-बहन की मौत हो गई। अधिकारियों को उनकी रहस्यमय मौत का कारण फूड पॉइजनिंग होने का संदेह है।

सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) के प्रिंसिपल डॉ. आशुतोष गुप्ता ने यहां संवाददाताओं से कहा कि हमारी प्रारंभिक जांच वायरल संक्रमण की ओर इशारा करती है लेकिन निष्कर्ष (मौतों के कारण पर) तक पहुंचने के लिए और काम किए जाने की जरूरत है। जांच में सहायता के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे, पीजीआई चंडीगढ़ और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी), दिल्ली के विशेषज्ञों की टीम यहां पहुंच गई है।

उन्होंने कहा कि अंतिम रूप देने के लिए कुछ और समय की आवश्यकता है कि मौतें वायरस के प्रकोप या कुछ विषाक्त पदार्थों के कारण हुईं हैं। हालांकि डॉ. गुप्ता ने कहा कि हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं और घबराने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि मौतों के सही कारण का पता लगाने के लिए जांच को आगे बढ़ाने के लिए विशेषज्ञों की एक संयुक्त टीम बनाई गई है। अभी तक कोई अन्य मामला सामने नहीं आया है।

डॉ. गुप्ता ने कहा कि पिछले दो दिनों से गांव में डेरा डाले स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने 1800 से अधिक ग्रामीणों की जांच की है जिनमें बुखार, शरीर में दर्द और उनींदापन जैसे असामान्य लक्षण वाले कोई मरीज नहीं मिले। उन्होंने लोगों से कहा कि घबराने कोई जरूरत नहीं है। अगर महामारी है भी तो वह पूरी तरह नियंत्रण में है। डॉ. गुप्ता ने आगे कहा कि एक महिला जिसने शादी समारोह में भाग लेने के बाद अपने पति और बच्चों को खो दिया था, उसका जम्मू के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है और उसकी हालत स्थिर है जबकि दो अन्य जीएमसी राजौरी में उपचाराधीन हैं।

(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह

Most Popular

To Top