जम्मू, 26 सितंबर (Udaipur Kiran) । आगामी विधानसभा चुनावों के लिए जागरूकता बढ़ाने के लिए चल रहे प्रयासों के तहत, जिला निर्वाचन केंद्र कठुआ के जिला स्वीप (व्यवस्थित मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी) प्रकोष्ठ ने जसरोटा और हीरानगर विधानसभा क्षेत्रों में नुक्कड़ नाटकों की एक श्रृंखला आयोजित की। जम्मू के प्रसिद्ध नटरंग समूह, जो अपने प्रभावशाली और सामाजिक रूप से प्रासंगिक प्रदर्शनों के लिए जाना जाता है, को इन नुक्कड़ नाटकों का मंचन करने के लिए आमंत्रित किया गया था। कलाकारों के जीवंत और मनमोहक प्रदर्शनों ने दोनों स्थानों पर बड़ी भीड़ को आकर्षित किया।
पहला नुक्कड़ नाटक जसरोटा विधानसभा क्षेत्र के सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बूढ़ी में आयोजित किया गया था। स्कूल के खुले मैदान ने कलाकारों को मतदान की शक्ति के बारे में संदेश फैलाने के लिए एक मंच प्रदान किया, विशेष रूप से पहली बार मतदाताओं और आम समुदाय के सदस्यों को लक्षित करते हुए। संवादात्मक और हास्यपूर्ण नाटकों के माध्यम से, नटरंग कलाकारों ने एक मजबूत लोकतांत्रिक प्रक्रिया को आकार देने में प्रत्येक वोट के महत्व पर प्रकाश डाला।
दूसरा नुक्कड़ नाटक हीरानगर विधानसभा क्षेत्र के व्यस्त मुख्य बाजार क्षेत्र में हुआ। इस प्रदर्शन ने छात्रों और स्थानीय व्यवसायियों से लेकर दैनिक यात्रियों और दुकानदारों तक विविध दर्शकों को आकर्षित किया। हीरानगर में नुक्कड़ नाटक ने मतदान के बारे में मिथकों को दूर करने और मतदान प्रक्रिया को समझाने पर ध्यान केंद्रित किया, जिससे मतदाताओं को लोकतांत्रिक अभ्यास में भाग लेकर अपनी आवाज उठाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।
दर्शकों ने स्वीप सेल और नटरंग समूह के प्रयासों की प्रशंसा की, और चुनावी भागीदारी के संदेश को फैलाने में ऐसे रचनात्मक प्रयासों की भूमिका पर जोर दिया। हीरानगर के एक स्थानीय युवा ने कहा, ये नुक्कड़ नाटक केवल प्रदर्शन नहीं हैं, बल्कि मतदाताओं को शिक्षित करने और उन्हें जोड़ने का साधन हैं।
नुक्कड़ नाटकों में नैतिक मतदान के संदेश भी शामिल किए गए, जिसमें वोट खरीदने और जबरदस्ती करने जैसी कुप्रथाओं के खतरों पर प्रकाश डाला गया। कलाकारों ने प्रदर्शन के बाद दर्शकों से बातचीत की, उन्हें अपने परिवार और दोस्तों तक संदेश फैलाने के लिए प्रोत्साहित किया और सूचित मतदान करने के महत्व को समझाया। जिला नोडल अधिकारी नीरज भार्गव ने कहा, चुनाव नजदीक आते ही जिला स्वीप सेल ने आने वाले दिनों में ऐसी कई और पहल की हैं। ये पहल चुनाव प्रक्रिया को समावेशी बनाने और यह सुनिश्चित करने के बड़े जनादेश का हिस्सा हैं कि कोई भी पात्र मतदाता पीछे न छूट जाए।
जिला नोडल अधिकारी नीरज भार्गव ने कहा, जसरोटा और हीरानगर दोनों में जनता की ओर से मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया से पता चलता है कि लोग बदलाव का हिस्सा बनने के लिए तैयार हैं और हमें उम्मीद है कि यह उत्साह आगामी चुनावों में अधिक मतदान में तब्दील होगा।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा