
जयपुर, 3 मई (Udaipur Kiran) । जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने शनिवार को अलवर के मिनी सचिवालय स्थित कलक्ट्रेट सभागार में अलवर और खैरथल-तिजारा जिले की पेयजल व्यवस्था की समीक्षा बैठक ली। इस अवसर पर पर्यावरण एवं वन राज्यमंत्री संजय शर्मा भी मौजूद रहे।
बैठक में मंत्री चौधरी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पेयजल योजनाओं के कार्य गुणवत्ता के साथ तय समय में पूर्ण किए जाएं। उन्होंने कहा कि ग्रीष्मकाल में निर्बाध जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अधिकारी प्रो-एक्टिव रहकर कार्य करें और स्वीकृत हैंडपंप व ट्यूबवेल के कार्यों को शीघ्रता से पूरा करें।
मंत्री ने कहा कि जिले में स्थित प्राचीन जल स्रोतों का जीर्णोद्धार कर भूजल रिचार्ज को बढ़ावा दिया जाए। साथ ही एनीकट जैसी जल संरचनाएं भी बनाई जाएं ताकि ट्यूबवेल और हेडपंप सूखें नहीं। उन्होंने जल जीवन मिशन के कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि योजना के समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वयन के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं।
मंत्री ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से कहा कि वे पेयजल परियोजनाओं की निगरानी करें और यदि किसी अधिकारी-कर्मचारी द्वारा लापरवाही बरती जाए तो विभाग को अवगत कराएं, ताकि सख्त कार्रवाई की जा सके। साथ ही गर्मी के मौसम में जल टैंकरों से प्रभावित क्षेत्रों में आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
मंत्री चौधरी ने अलवर-भरतपुर चंबल पेयजल परियोजना की स्थिति की जानकारी ली और डीपीआर से लेकर टेंडर प्रक्रिया तक की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए ताकि समय पर आमजन को लाभ मिल सके।
खैरथल एवं किशनगढ़ बास क्षेत्रों में बजट घोषणाओं के तहत स्वीकृत कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। मंत्री ने खैरथल में नया डिवीजन खोलने का प्रस्ताव भी तैयार करने को कहा। उन्होंने साबी नदी योजना से संबंधित कार्यों को भी सात माह में पूरा करने की बात कही।
वन राज्यमंत्री संजय शर्मा ने अलवर में संचालित 150 एमएम ट्यूबवेल की मरम्मत, तालाब निर्माण, और भूरा सिद्ध मंदिर क्षेत्र में जल संरक्षण के लिए एनीकट निर्माण की मांग रखी।
अलवर जिला कलक्टर डॉ. आर्तिका शुक्ला और खैरथल-तिजारा जिला कलक्टर किशोर कुमार ने आश्वस्त किया कि बैठक में दिए गए निर्देशों की समयबद्ध पालना सुनिश्चित की जाएगी।
अतिरिक्त मुख्य अभियंता भवानी सिंह शेखावत ने बताया कि वर्तमान में अलवर शहर में 340 नलकूपों से 31 एमएलडी जल आपूर्ति की जा रही है। स्वीकृत 69 में से 30 ट्यूबवेल चालू कर दिए गए हैं। जल जीवन मिशन के तहत 805 गांवों की योजना स्वीकृत हुई है, जिनमें से 437 गांवों में कार्य पूर्ण हो चुका है। बाकी गांवों को चंबल परियोजना व रामजल सेतु परियोजना से जोड़ा जाएगा।
बैठक में क्षेत्रीय विधायक, पूर्व मंत्री, जिला प्रमुख, जिला अधिकारी, विद्युत और जल संसाधन विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
—————
(Udaipur Kiran) / रोहित
