– विद्यालय सुरक्षा को लेकर प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत, आपदाओं से निपटने की तैयारियां गोपेश्वर, 19 दिसंबर (Udaipur Kiran) । उत्तराखंड प्रशासन अकादमी नैनीताल द्वारा आयोजित दो दिवसीय विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम का शुभारंभ गुरुवार को चमोली जिले के डायट सभागार गौचर में हुआ। उद्घाटन सत्र में कर्णप्रयाग तहसील के उप जिलाधिकारी संतोष पांडेय, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान गौचर के प्राचार्य आकाश सारस्वत और वरिष्ठ संकाय सदस्य लखपत बर्खाल ने कार्यक्रम की उपयोगिता और प्रासंगिकता पर चर्चा की। अकादमी की ओर से बताया गया कि यह कार्यक्रम राज्य के विभिन्न जनपदों में आयोजित किया जा रहा है, ताकि विद्यालयों में सुरक्षा मानकों को बढ़ाया जा सके। अकादमी की कार्यक्रम निदेशिका डॉ. मंजू पांडेय ने कहा कि उत्तराखंड राज्य विभिन्न आपदाओं के लिहाज से संवेदनशील है, खासकर भूकंप की दृष्टि से। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों, शिक्षकों और विद्यालय स्टाफ को प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं से बचाने के लिए तैयार करना है। कार्यक्रम में प्राथमिक चिकित्सा, अग्निशमन सुरक्षा, आपातकालीन योजनाओं और जोखिम मूल्यांकन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी दी गई। चमोली जिले के कर्णप्रयाग विकासखण्ड के राजकीय इण्टर कॉलेज और अन्य विद्यालयों के प्रतिभागियों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया। कार्यक्रम के पहले दिन चिकित्सा अधिकारी डॉ. रजत कुमार ने प्राथमिक चिकित्सा पर चर्चा की। जबकि अग्निशमन अधिकारी प्रतीक ने घरेलू और वाणिज्यिक अग्नि सुरक्षा के उपायों के बारे में बताया। इस दौरान प्रवक्ता डायट गोपाल प्रसाद कपरूवाण, सुबोध डिमरी, अकादमी के मनोज धपवाल और कुश बिष्ट आदि उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / जगदीश पोखरियाल