लखनऊ, 22 अगस्त (Udaipur Kiran) । समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि जनता ने लोकसभा चुनाव में पार्टी का साथ दिया, अब भविष्य की तैयारी का समय है। देश में भाजपा को रोकने की ताकत समाजवादी पार्टी में है। उत्तर प्रदेश में वही एकमात्र विकल्प है। पीडीए ही भाजपा को मात देगा।
अखिलेश यादव गुरुवार को पार्टी के राज्य मुख्यालय के डॉ0 राममनोहर लोहिया सभागार में कार्यकर्ताओं की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। भविष्य में नई पीढ़ी के लिए काम करना ही होगा। उन्होंने कहा कि पीडीए से भाजपा घबराई हुई है। इसलिए वह षडयंत्र करने से बाज नहीं आ सकती है। सपा के नेतृत्व को बदनाम करने और निर्दोषों को झूठे मुकदमों में फंसाने का काम भाजपा कर रही है। उत्तर प्रदेश का विकास ठप है। कानून व्यवस्था ध्वस्त है। सत्ता लोलुप भाजपा नई-नई चालें चलती रहेगी। उससे सावधान रहना है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा राज में जनता त्रस्त है। महंगाई चरम पर है। बेरोजगारी से नौजवान परेशान है। भाजपा ने किसानों को धोखा दिया है। उनकी फसलों को एमएसपी नहीं मिल रही है। उनकी आय दुगनी करने का दावा भी धोखा साबित हुआ है। प्रदेश में पूंजी निवेश के नाम पर हवाई दावे किए गए हैं। प्रदेश में एक भी नया उद्योग या बिजली घर नहीं लगा।
सपा अध्यक्ष ने आव्हान किया कि प्रदेश में 2027 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़नी है। भाजपा ने प्रदेश को दशकों पीछे धकेल दिया है। समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर ही जीवन में बदलाव आएगा और गांव की तस्वीर में भी परिवर्तन आएगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा जनता के प्रति ईमानदार नहीं हैं। अस्पतालों में इलाज नहीं मिल रहा है। गरीब की कोई सुनने वाला नहीं है। सड़कों के गड्ढे अभी तक नहीं भरे गए हैं। करोड़ों का बजट कहां गया पता नहीं चल रहा है। वृक्षारोपण के नाम पर भारी भ्रष्टाचार हुआ। भाजपा ने पूरी व्यवस्था को तहत नहस कर दिया है। कहा कि समाजवादी कार्यकर्ताओं को और भी ज्यादा मेहनत से जुटना है। समाजवादी पार्टी विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उसका मानना है कि किसान खुशहाल होगा और नौकरी रोजगार के रास्ते खुलेंगे तभी विकास सार्थक होगा। सभी कार्यकर्ता मिलकर भाजपा की जनविरोधी नीतियों का विरोध करेंगे और समाजवादी पार्टी की नीति-कार्यक्रमों को घर-घर, गांव-गांव पहुंचाने तक चैन से नहीं बैठेंगे।
(Udaipur Kiran) / मोहित वर्मा / विद्याकांत मिश्र