सोनीपत, 14 नवंबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा
और पंजाब की भारतीय हॉकी टीम के दो चकमते सितारे खिलाड़ी आकाशदीप सिंह और मोनिका मलिक
अब दोनों ने मिलकर गृहस्थ जीवन साथ निभाने निर्णय लिया हैं। दोनों ने बुधवार को जालंधर
में फगवाड़ा हाईवे पर स्थित एक निजी रिजॉर्ट में सगाई की। दोनों के परिवार भी मौजूद
रहे। आकाशदीप के घर पर इस अवसर के उपलक्ष्य में धार्मिक पाठ का आयोजन किया गया। शादी
समारोह 15 नवंबर को लांडरा सरहिंद हाईवे पर स्थित एक निजी रिजॉर्ट में होगा।
आकाशदीप
सिंह पंजाब के खडूर साहिब के गांव वीरोवाल से ताल्लुक रखते हैं। उनकी जन्म तिथि 2 दिसंबर
1994 है। उनके पिता सुरिंदर पाल सिंह पंजाब पुलिस में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे,
जबकि छोटे भाई प्रभदीप सिंह भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के हॉकी खिलाड़ी हैं। बचपन से ही
खेल की ओर रुझान रखने वाले आकाशदीप ने गुरु अंगद देव स्पोर्ट्स क्लब से अपने करियर
की शुरुआत की। उनकी प्रतिभा को देखते हुए उनके माता-पिता ने उन्हें 12 साल की उम्र
में लुधियाना के पीएयू हॉकी अकादमी में दाखिला दिलवाया।
इसके
बाद आकाशदीप ने जालंधर स्थित सुरजीत हॉकी अकादमी में चार साल तक प्रशिक्षण प्राप्त
किया और विभिन्न घरेलू व राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया।
2011 में उन्हें भारतीय जूनियर हॉकी टीम का कप्तान बनाया गया और उसी वर्ष मलेशिया में
आयोजित जूनियर एशिया कप में भारत को कांस्य पदक दिलाया। 2012 में चैंपियंस ट्रॉफी में
सीनियर टीम में डेब्यू करते हुए आकाशदीप ने भारतीय हॉकी में अपनी पहचान बनाई। अब तक
उन्होंने भारत के लिए 80 से अधिक गोल किए हैं और रियो 2016 ओलिंपिक में भारत के अटैक
का नेतृत्व किया।
मोनिका
मलिक हरियाणा के सोनीपत जिले के गांव गामड़ी की रहने वाली हैं। उन्होंने 2005 में हॉकी
की प्रैक्टिस शुरू की और 2007 में डे-बोर्डिंग स्कीम के तहत एकेडमी में दाखिला लिया।
2009 में चंडीगढ़ गर्ल्स टीम के साथ स्कूल नेशनल गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने के बाद
उनका आत्मविश्वास और बढ़ गया। 2011 में जूनियर नेशनल में उनकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल
जीता और 2012 में सिल्वर मेडल। इसके बाद 2014 में जर्मनी में आयोजित जूनियर वर्ल्ड
कप में उन्होंने भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीता।
मोनिका
ने हरियाणा की तरफ से खेलते हुए सीनियर नेशनल टूर्नामेंट में 2014 में सिल्वर मेडल
हासिल किया। टोक्यो ओलिंपिक में भी भारतीय महिला हॉकी टीम का हिस्सा रही मोनिका का
प्रदर्शन सराहनीय रहा, हालांकि टीम पदक हासिल नहीं कर सकी।
आकाशदीप
वर्तमान में पंजाब पुलिस में डीएसपी के पद पर सेवारत हैं। पिछले साल पंजाब के मुख्यमंत्री
भगवंत सिंह मान द्वारा उन्हें यह नियुक्ति दी गई थी। वहीं मोनिका भारतीय रेलवे में
सेवारत हैं। दोनों खिलाड़ी अपने-अपने खेल करियर में ओलिंपिक और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय
प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
दोनों
का यह मिलन भारतीय हॉकी के लिए एक प्रेरणादायक संदेश है। दोनों खिलाड़ी खेल में उत्कृष्टता
प्राप्त कर रहे हैं, अपने राज्य और देश का नाम भी रोशन कर रहे हैं। दोनों की शादी का
उत्सव 15 नवंबर को होगा, जिसमें उनके परिवार, मित्र और टीम के साथी शामिल होंगे। दो
प्रदेश मिले, दो वंश मिले दो अंजाने परिवार मिले, शुभकमाना मिले इन्हें और स्वर्ग नया
संसार मिले।
(Udaipur Kiran) परवाना