
सोनीपत, 27 मई (Udaipur Kiran) । हरियाणा के राई स्थित खेल विश्वविद्यालय में शुरू हुआ समर
कैंप न केवल खेल प्रतिभाओं को तराशने का माध्यम बनेगा, बल्कि विद्यार्थियों को खेल
विज्ञान, अनुशासन और मानसिक दृढ़ता का भी पाठ पढ़ाएगा। इस कैंप में भाग ले रहे युवा
खिलाड़ी भविष्य के ओलंपियन बनने की दिशा में पहला कदम रख रहे हैं।
खेल विश्वविद्यालय, राई में आयोजित समर कैंप के उद्घाटन अवसर
पर मंगलवार को कुलपति अशोक कुमार ने कहा कि ओलंपियन बनने में 10 से 12 वर्ष लगते हैं। आप में से
ही कोई ओलंपिक पदक विजेता बनेगा। उन्होंने कहा कि यह कैंप बच्चों को ग्राउंड लेवल से
प्रशिक्षित करेगा, जहां प्रशिक्षण वैज्ञानिक सिद्धांतों पर आधारित होगा। इसमें खिलाड़ियों
को स्पोर्ट्स न्यूट्रिशन, साइकोलॉजी, फिजियोलॉजी, इंजरी रिहैबिलिटेशन, स्ट्रेंथ एंड
कंडिशनिंग आदि विषयों की जानकारी दी जाएगी।
कुलपति ने विद्यार्थियों से बड़े लक्ष्य रखने की प्रेरणा दी
और बताया कि कैंप में 10 प्रमुख खेलों की कोचिंग दी जाएगी, जैसे क्रिकेट, फुटबॉल, हॉकी,
मुक्केबाज़ी, टेनिस, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, वॉलीबॉल, बास्केटबॉल और तैराकी। पहले चरण
में कक्षा 6 से 12 तक के 130 छात्र चुने गए हैं, जिनकी आयु 10 से 17 वर्ष के बीच है।
चयन मेरिट, मोटर फिटनेस और स्किल असेसमेंट के आधार पर हुआ है।
बतौर मुख्य अतिथि खेल विभाग, हरियाणा के डिप्टी डायरेक्टर,
खेल रत्न अवार्डी अमित दहिया ने कहा कि खेल और पढ़ाई दोनों को साथ लेकर चलें। अनुशासन,
लगन और निरंतर अभ्यास ही सफलता की कुंजी हैं। प्राचार्य डॉ. मौसमी घोषाल ने छात्रों
को मेहनत और सपने के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। निदेशक संजय सारस्वत और कुलसचिव
जसविंदर सिंह ने बताया कि यह समर कैंप खिलाड़ियों को वैज्ञानिक रूप से तैयार करने की
दिशा में एक अभिनव प्रयास है। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय और स्कूल का समस्त स्टाफ
उपस्थित रहा। संचालन डॉ. गोपाल और स्वागत डॉ. राधिका मिश्रा ने किया।
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(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
