Haryana

सोनीपत: भौतिक सुख-सुविधाओं के बीच उपेक्षित मानसिक स्वास्थ्य

25 Snp-     सोनीपत: राष्ट्र संत डॉ. श्री मणिभद्र मुनि         जी महाराज से आशीर्वाद लेते हुए श्रावक

सोनीपत, 25 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । राष्ट्र

संत डॉ. श्री मणिभद्र मुनि जी महाराज, मानव मिलन के संस्थापक और समाज सुधारक, ने तेजी

से बदलते समाज में मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि वर्तमान

युग में हमारे पास सभी भौतिक सुख-सुविधाएं होते हुए भी मानसिक तनाव और दुख हमारे जीवन

का हिस्सा बनते जा रहे हैं। यह स्थिति इस बात का संकेत है कि मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान

न देना हमारी जीवनशैली में एक बड़ी कमी है।

शुक्रवार

को शहर की गुड मंडी स्थित श्री एसएस जैन सभा जैन स्थानक में चातुर्मास के दौरान भक्तों

को संबोधित करते हुए, डॉ. श्री मणिभद्र मुनि जी ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य का मतलब

केवल मानसिक रोगों से नहीं है, बल्कि यह हमारी सोच, भावनाओं और सामाजिक व्यवहार को

भी प्रभावित करता है। एक संतुलित मानसिक स्थिति हमारे दैनिक जीवन की चुनौतियों का सामना

करने और खुशहाल जीवन जीने में सहायक होती है।

उन्होंने

बताया कि आजकल मानसिक रोगों का बढ़ता प्रचलन चिंता, अवसाद और तनाव के रूप में दिखाई

दे रहा है। हमारी जीवनशैली और मानसिक स्वास्थ्य आपस में जुड़े हुए हैं; भौतिक सुख-सुविधाएं

महत्वपूर्ण हैं, परंतु मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना भी आवश्यक है।

उन्होंने

सभी से मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इसे जीवन का अनिवार्य हिस्सा

बनाने का आह्वान किया। मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देकर न केवल हम अपना जीवन बेहतर बना

सकते हैं, बल्कि समाज में भी सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।

(Udaipur Kiran) परवाना

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