सोनीपत, 26 दिसंबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा
प्रदेश के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने 51वीं राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी
के उद्घाटन अवसर पर गुरुवार को कहा कि भारत को विश्व गुरु बनाना हमारा लक्ष्य है, संकल्प
लें, सिद्धी के साथ इसको सिद्ध करना है।। उन्होंने बच्चों और शिक्षकों को संबोधित करते
हुए भारत की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक वैज्ञानिक दृष्टिकोण के सामंजस्य
पर जोर दिया। हरियाणा
खेल विश्वविद्यालय राई में 51वीं राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी बतौर विशिष्ठ अतिथि
हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि वर्तमान दौर में आज का छात्र, आज
का नागरिक है। उन्होंने बच्चों को प्रेरित किया कि वे वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ नैतिक
मूल्यों और भारतीयता को भी बनाए रखें। उन्होंने कहा कि हमारी सांस्कृतिक विरासत और
परंपराओं को बचाते हुए, आधुनिकता के साथ कदम बढ़ाना ही सफलता की कुंजी है। उन्होंने
भारत की बढ़ती राजनीतिक और वैज्ञानिक ताकत का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत का बच्चा-बच्चा
आज अपने विचारों और कर्मों से पूरी दुनिया को प्रभावित कर रहा है।
2047 तक विश्व गुरु बनने का लक्ष्य
मंत्री
ने कहा कि भारत ने 2047 तक सबसे शक्तिशाली और विकसित देश बनने का लक्ष्य रखा है। इस
लक्ष्य को प्राप्त करने में बच्चों की शिक्षा, वैज्ञानिक शोध और सांस्कृतिक मूल्यों
का अहम योगदान होगा। उन्होंने बच्चों को प्रेरित किया कि वे इस संकल्प को अपने जीवन
का हिस्सा बनाएं और हर दिन यह वाक्य दोहराएं, मैं भारत को विश्व गुरु बनाऊंगा। ढांडा
ने हरियाणा के बच्चों के वैज्ञानिक उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे बच्चे
न केवल इसरो और नासा जैसे संस्थानों में अग्रणी हैं, बल्कि मानव कल्याण और वैश्विक
शांति में भी अपना योगदान दे रहे हैं।
उन्होंने भारतीय संस्कृति के नैतिक मूल्यों और
धर्म की स्थापना पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हवन और प्रार्थना धर्म की जय हाे, अधर्म
की नाश हो, मानव का कल्याण हो। ऐसे कार्य न केवल धार्मिक आस्था को प्रबल करते हैं,
बल्कि विश्व कल्याण और शांति की दिशा में भी योगदान देते हैं। अंत में, मंत्री ने बच्चों
से कहा कि आज हम सबको यह संकल्प लेना है कि भारत को विश्व गुरु बनाना है। यह महावाक्य
बनेगा और यह सपना 22 वर्षों में हमारी आंखों के सामने साकार होगा। उन्होंने प्रदर्शनी
में शामिल बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए उनके प्रयासों को सराहा और कहा कि वे अपने
शोध और मेहनत से भारत को सबसे ताकतवर देश बनाएंगे।
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(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना