जम्मू, 11 जनवरी (Udaipur Kiran) । सोनमर्ग जेड-मोड़ सुरंग जिसकी पहली बार 2012 में कल्पना की गई थी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बन गई है जो जम्मू और कश्मीर में कनेक्टिविटी और विकास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। जम्मू-कश्मीर भाजपा के प्रवक्ता अरुण गुप्ता ने डॉ. ताहिर चौधरी और साथी प्रवक्ता गौरव गुप्ता के साथ जम्मू के त्रिकुटा नगर में भाजपा मुख्यालय में मीडिया को संबोधित किया और परियोजना की प्रगति और महत्व पर प्रकाश डाला।
अरुण गुप्ता ने इस बात पर प्रकाश डाला कि 2014 के बाद आक्रामक रूप से आगे बढ़ी इस परियोजना ने कई चुनौतियों को पार किया जिसमें अक्टूबर 2024 में एक आतंकवादी हमला भी शामिल है जिसमें एक डॉक्टर सहित कई लोगों की जान चली गई थी। इन बाधाओं के बावजूद 6.4 किलोमीटर लंबी सुरंग एक वास्तविकता बन गई है जो सोनमर्ग स्वास्थ्य रिसॉर्ट को गगनगीर गांव के पास कंगन शहर से जोड़ती है। ताजियावास ग्लेशियर के नीचे बनी यह सुरंग भूस्खलन और हिमस्खलन-प्रवण क्षेत्रों को बायपास करती है जिससे साल भर कनेक्टिविटी सुनिश्चित होती है।
गुप्ता ने कहा यह सुरंग कश्मीर और लद्दाख के बीच एक महत्वपूर्ण व्यापारिक और रणनीतिक गलियारा है जो कश्मीर से लेकर लद्दाख के अंतिम छोर तक रक्षा संचालन, पर्यटन और स्थानीय निवासियों को लाभ पहुंचाता है। उन्होंने 6,800 करोड़ रुपये की लागत से बन रही एशिया की सबसे लंबी 13.4 किलोमीटर लंबी ज़ोजिला सुरंग से संपर्क बढ़ाने में इसकी भूमिका पर ज़ोर दिया। डॉ. ताहिर चौधरी ने नया जम्मू-कश्मीर के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता की प्रशंसा करते हुए कहा कि ज़ेड-मोड़ सुरंग कठोर सर्दियों के दौरान संपर्क की लंबे समय से चली आ रही समस्या का समाधान करती है। उन्होंने कहा इससे पहले भारी बर्फबारी के कारण पर्यटक और स्थानीय लोग फंस जाते थे और ज़रूरी चीज़ों के लिए उन्हें बहुत ज़्यादा कीमत चुकानी पड़ती थी। यह सुरंग उन चुनौतियों का समाधान करती है।
गौरव गुप्ता ने परियोजना के रणनीतिक और आर्थिक महत्व को रेखांकित करते हुए इसे सोनमर्ग में सर्दियों के पर्यटन को बढ़ावा देने और लद्दाख में तैनात सुरक्षा बलों के लिए एक महत्वपूर्ण सहायता बताया। उन्होंने कहा कि 8,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह सुरंग जोजिला सुरंग की नींव रखेगी जो निर्बाध संपर्क सुनिश्चित करेगी और व्यापार और पर्यटन में वृद्धि को बढ़ावा देगी।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा