Uttrakhand

उपनल और संविदा कर्मियों के नियमितीकरण के लिए बनेगी ठोस नीति : मुख्यमंत्री

सूचना विभाग की पुस्तक का विमाेचन करते सीएम व अन्य।

देहरादून, 23 मार्च (Udaipur Kiran) । उत्तराखंड में उपनल और संविदा कर्मियों के नियमितीकरण के लिए ठोस नीति जल्द बनेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को अपने कार्यकाल के तीन साल पूरे होने के अवसर पर यह घोषणा की। उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों और स्नातक डिग्री प्राप्त युवाओं को आर्थिक सहायता देने तथा उनके कौशल विकास के लिए विशेष प्रशिक्षण की व्यवस्था करने की भी घोषणा की। इसके लिए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया जाएगा। इसके अलावा, दस करोड़ रुपये तक के सरकारी कार्य प्रदेश के स्थानीय ठेकेदारों को ही दिए जाएंगे।

मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में सबसे पहले उत्तराखण्ड के अमर बलिदानियों, सरदार भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को शहीद दिवस पर भावांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड ने विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हुए सफलता प्राप्त की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग जो बोलने में सावधानी नहीं रखते उनके कारण प्रदेश में कभी-कभी क्षेत्रवाद या जातिवाद की बातें सुनाई देती हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड का कोई भी व्यक्ति यदि संकीर्ण क्षेत्रवाद या जातिवाद की बात करता है तो वह राज्य के लिए सर्वस्व न्याैछावर करने वाले आंदोलनकारी का अपमान करता है।

मुख्यमंत्री ने तीन वर्ष की उपलब्धियों और प्रमुख निर्णयों को सिलसिलेवार सामने रखा। अंत्योदय परिवारों को तीन गैस सिलेंडर, प्रदेश की महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत और राज्य आंदोलनकारियों को दस फीसदी क्षैतिज आरक्षण, वृद्धावस्था पेंशन की सुविधा, सरकारी नौकरियों में खेल कोटे को पुनः प्रारंभ करना, विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान करना, 207 प्रकार की पैथेलॉजिकल जांचों की निःशुल्क सुविधाओं का खास तौर पर जिक्र किया।

मुख्यमंत्री ने वर्ष 2023-24 के सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने के इंडेक्स में उत्तराखण्ड को मिले पहले स्थान के साथ ही ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में एचीवर्स तथा स्टार्टअप रैंकिंग में लीडर्स की श्रेणी का जिक्र करते हुए बेरोजगारी दर में रिकार्ड कमी की जानकारी भी दी। मुख्यमंत्री ने देवभूमि से समान नागरिक संहिता, नकल विरोधी कानून, दंगा और धर्मांतरण विरोधी कानून, भू-कानून, नकल विरोध कानून की भी चर्चा की। इस मौके पर सीएम ने ‘सेवा, सुशासन और विकास के 3 वर्ष’ पुस्तिका का विमोचन भी किया।

बाल भिक्षावृत्ति निवारण : शिक्षा की मुख्यधारा से जुड़ने वाले 13 बच्चों का सम्मान

कार्यक्रम के दौरान बाल भिक्षावृति निवारण प्रयास के अन्तर्गत इंटेन्सिव केयर सेंटर साधूराम इण्टर कॉलेज देहरादून में प्रवेशरत शिक्षा की मुख्यधारा से जुड़े 13 बच्चों को सम्मानित किया। लखवाड़ बहुद्देशीय परियोजना के तहत अधिग्रहित की गई भूमि के भू स्वामियों को अनुग्रह अनुदान के रूप में कुल 10 करोड़ की धनराशि वितरित की गई। अटल आवास योजना के तहत लाभार्थियों को मुख्यमंत्री ने चेक और चाॅबी सौंपी। सराहनीय कार्य करने वालों को प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किए।

कार्यक्रम के दौरान सरकार के 03 वर्ष पूरे होने पर कलाकारों द्वारा राज्य की संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी गई। इससे पहले मुख्यमंत्री ने सरकार के 03 वर्ष पूरे होने पर कनक चौक से परेड ग्राउंड तक रोड शो में प्रतिभाग किया और विभिन्न स्टॉल का अवलोकन भी किया। देहरादून में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक खजान दास, श्री उमेश शर्मा काऊ, विनोद चमोली, मुन्ना सिंह चौहान, सविता कपूर, मेयर देहरादून सौरभ थपलियाल, भाजपा के महानगर देहरादून अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के.सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम, डीजीपी दीपम सेठ, जिलाधिकारी देहरादून सविन बंसल आदि मौजूद रहे।

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(Udaipur Kiran) / Vinod Pokhriyal

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