
जालौन, 24 मई (Udaipur Kiran) । सलाहकार, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन अवनीश कुमार अवस्थी ने शनिवार को कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित गौशालाओं के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने गौसंरक्षण के लिए की जा रही व्यवस्थाओं की सराहना की और अधिकारियों को सतत निगरानी बनाए रखने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि जनपद में पहले अन्ना पशुओं की गंभीर समस्या थी, जिसे प्रशासनिक प्रयासों से समाप्त कर दिया गया है। वर्तमान में जनपद की 413 स्थायी व अस्थायी गौशालाओं में लगभग 40 हजार गोवंश संरक्षित हैं। उनकी देखरेख हेतु केयरटेकर नियुक्त किए गए हैं और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और कमांड कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है ताकि निगरानी प्रभावी हो सके।
जिलाधिकारी ने आगे बताया कि जिला प्रशासन द्वारा गोवंशों के लिए पर्याप्त मात्रा में भूसा, हरा चारा एवं पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है, जिससे कोई भी पशु भूख-प्यास से परेशान होकर सड़कों पर न भटके। बीमार गोवंशों के उपचार हेतु पशु चिकित्सा अधिकारियों की तैनाती भी सुनिश्चित की गई है। निरंतर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा गौशालाओं का निरीक्षण किया जाता है। इसके अतिरिक्त 82 नोडल अधिकारियों की तैनाती कर विशेष निगरानी की जा रही है।
श्री अवस्थी जी ने संयुक्त कार्यालय का भी दौरा किया, जहां उन्होंने कार्यालय में पूरी तरह पेपरलेस कार्य प्रणाली को देखा। उन्होंने सराहना करते हुए बताया कि सभी कार्य ऑनलाइन फाइलिंग प्रणाली के माध्यम से निपटाए जा रहे हैं, जो ई-गवर्नेंस की दिशा में एक बड़ा कदम है। श्री अवस्थी ने कहा कि गौसंरक्षण न केवल सांस्कृतिक दायित्व है, बल्कि सामाजिक और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने जिले के प्रयासों को अन्य जनपदों में प्रभावी होने पर अनुकरणीय बताया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक डॉ दुर्गेश कुमार, मुख्य विकास अधिकारी राजेन्द्र कुमार श्रीवास, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व संजय कुमार, एडीएम पुष्पेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / विशाल कुमार वर्मा
