HimachalPradesh

धौलाधार की पहाड़ियों पर बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में दूसरे दिन भी जारी रहा बारिश का दौर

धर्मशाला, 28 दिसंबर (Udaipur Kiran) ।प्रदेश में बीते दिन शुक्रवार से बदले मौसम के तेवरों के चलते शनिवार को दूसरे दिन भी धौलाधार की पहाड़ियों सहित ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर जारी वहीं निचले क्षेत्रों में दिन भर बारिश होती रही। पिछले 24 घण्टों से हो रही बर्फबारी और बारिश के चलते कांगड़ा घाटी में शीत लहर चल रही है। जिससे लोग आज दिन भर घरों और ही दुबके रहे। दिन भर लोग घरों पर दुबके रहे और आग व हीटर का सहारा लेना पड़ा। लगातार बारिश के चलते जनजीवन भी प्रभावित हुआ है। हालांकि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के निधन के चलते शनिवार को भी छुट्टी थी जिस कारण खासकर स्कूली बच्चों को राहत रही।

गौरतलब है कि बीते दिन से प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट बदली है। करीब तीन महीनों के लंबे ड्राई स्पैल के बाद शुक्रवार से धौलाधार की पहाड़ियों पर ताजा हिमपात हो रहा है वहीं निचले क्षेत्रों में बारिश होने से किसानों व बागवानों ने राहत की सांस ली है।

बता दें कि बारिश न होने से जिला कांगड़ा के ज्यादातर किसानों ने अभी तक गेहूं बिजाई भी नहीं की है। इससे सबसे ज्यादा नुकसान खेती को हुआ है। अकेले कांगड़ा जिला में इस बार 92 हजार हेक्टेयर पर गेहूं लगाने का लक्ष्य तय हुआ है। इसी तरह चंबा में 17 हजार हेक्टेयर, हमीरपुर में 28 हजार हेक्टेयर, किन्नौर में 0.40 हजार हेक्टेयर, कुल्लू में 16.50 हजार हेक्टेयर, लाहौल स्पीति में 0.10 हजार हेक्टेयर, मंडी में 60 हजार हेक्टेयर जमीन पर गेहूं लगाने का लक्ष्य है। पूरे प्रदेश में विभाग ने इस बार रबी सीजन में कृषि विभाग ने 3.24 लाख हेक्टेयर भूमि में गेहूं की बिजाई का लक्ष्य तय किया है, लेकिन लंबे समय से बारिश न होने से मुश्किल से 15 से 20 फीसदी एरिया में ही गेहूं की बिजाई हुई है। प्रदेश में इस साल 620 लाख मीट्रिक टन गेहूं की पैदावार के उत्पादन का लक्ष्य तय किया गया है। ऐसे में बिजाई का समय बीतने से गेहूं उत्पादन के लक्ष्य को हासिल करना काफी मुश्किल हो जाएगा।

बता दें कि हिमाचल प्रदेश में कुल 9.97 लाख परिवार कृषि से जुड़े हैं. इसमें करीब 7.50 लाख परिवार गेहूं की बिजाई करते हैं।

(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया

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