
जैसलमेर, 15 अप्रैल (Udaipur Kiran) । रामदेवरा कस्बे के लोक देवता बाबा रामदेव के समाधि स्थल को लेकर श्री बाबा रामदेव समाधि समिति की ओर से बड़ा फैसला किया गया है। अब बाबा रामदेव के कपड़े से बने छोटे घोड़े, छोटी ध्वजा और अगरबत्ती अर्पित नहीं की जा सकेगी।
पूजा-पाठ के दौरान उक्त वस्तुओं का अपमान होने का हवाला देते हुए ये तीनों वस्तुएं बैन कर दी गई हैं।
इसके लिए मंदिर परिसर में जगह-जगह पोस्टर लगाए गए हैं और लाउड स्पीकर से भी अनाउंस कराया जा रहा है। रामदेव मंदिर में हर साल भादो महीने में रामदेवरा मेला लगता है, जिसमें सिर्फ राजस्थान ही नहीं, देशभर के श्रद्धालु आते हैं।
रामदेव मंदिर लोगों की आस्था के केंद्र है। यहीं कारण है कि रामदेवरा मेला को पश्चिमी राजस्थान का महाकुंभ भी कहा जाता है। केवल मेले में ही नहीं, रामदेवरा में लाेकदेवता काे धाेक लगाने के लिए पूरे साल लाेगाें की आवाजाही हाेती है।
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(Udaipur Kiran) / रोहित
