
हरिद्वार, 2 मई (Udaipur Kiran) । शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर हुई समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी कर्मेंद सिंहने निर्देश दिया कि पीएम विश्वकर्मा योजना के अन्तर्गत पांरम्परिक शिल्पकारों तथा कारीगरों के आर्थिक उन्न्यन के लिए सभी अधिकारी आपसी समन्वय से कार्य करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने योजना के अन्तर्गत आने वाले सभी पारम्परिक शिल्पकारों तथा कारीगरों को चिन्हित करते हुए उनके कौशल विकास के लिए गुणवत्तायुक्त प्रशिक्षण की व्यवस्था करने, इच्छुक व्यक्तियों को आसानी से कम ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराने, टूल किट सहायता दिलाने तथा डिजिटल ट्रांजेक्शन हेतु जागरूक करने के निर्देश दिये। उन्होंने जनपद के उच्च गुणवत्ता के सामान को ई-मार्केट से जोड़ने के लिए भी कहा। उन्होंने पीएम विश्वकर्मा पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों का त्वरित निस्तारण करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने महाप्रबंधक उद्योग उत्तम कुमार तिवारी को ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस योजना का प्रशिक्षण देने के साथ ही पात्र व्यक्तियों को योजना का लाभ पहुंचाने तथा कारीगरों एवं शिल्पकारों को उनके क्षेत्र में ही प्रशिक्षण की व्यवस्था के लिए प्रशिक्षण केन्द्र बढ़ाने के निर्देश दिए।
जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक उत्तम कुमार तिवारी ने बताया कि स्टेज 2 (डीआईसी) हेतु इस वर्ष अभी तक 2569 आवेदन प्राप्त हुए हैं। जिसमें से 2257 आवेदन स्वीकृत किए जा चुके है। जनपद में फिलहाल 07 सेंटर ट्रेनिंग का कार्य कर रहे है। इस दौरान पूर्व राज्यमंत्री शोभाराम प्रजापति, मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे, बीडीओ सुमन कोटियाल, पवन सिंह नेगी, जोगेंद्र सिंह, आलोक गार्गेय, एलडीएम संजय संत, एसएनए नगर निगम ऋषभ उनियाल, डॉ प्रदीप कुमार सहित अधिकारी एव कर्मचारी उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
