गुवाहाटी, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । नेट जीरो कार्बन निर्गमन प्राप्त करने की प्रतिबद्धता के अनुरूप, पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) की छह महत्वपूर्ण इमारतों को नेट जीरो एनर्जी बिल्डिंग्स के रूप में उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए प्रतिष्ठित शून्य लेबल से सम्मानित किया गया है। भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के अधीन ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) ने यह पुरस्कार प्रदान किया।
पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने आज बताया है कि 13 फरवरी को जिन इमारतों ने इस उल्लेखनीय मान्यता को प्राप्त किया है, उनमें न्यू बंगाईगांव स्थित रेल कारखाना का प्रशासनिक भवन, पर्यवेक्षक प्रशिक्षण केंद्र और पर्यवेक्षक प्रशिक्षण केंद्र इंजीनियर्स हॉस्टल शामिल हैं जबकि जनरल स्टोर डिपो, पांडु, गुवाहाटी; रनिंग रूम, रंगिया और रनिंग रूम, कटिहार को 20 जून को सम्मानित किया गया। रेल कारखाना के प्रशासनिक भवन, न्यू बंगाईगांव को प्रभावी तिथि से तीन साल की अवधि के लिए शून्य प्लस” और अन्य इमारतों को शून्य से सम्मानित किया गया था।
न्यू बंगाईगांव स्थित रेल कारखाना के प्रशासनिक भवन में 81.615 किलोवाट का कनेक्टेड लोड और प्रति वर्ष 227869 केडब्ल्यूएच वार्षिक ऊर्जा उत्पादन होता है। न्यू बंगाईगांव में पर्यवेक्षक प्रशिक्षण केंद्र का कनेक्टेड लोड 132.6 किलोवाट और वार्षिक ऊर्जा खपत 30233 केडब्ल्यूएच प्रति वर्ष है। इसी प्रकार, न्यू बंगाईगांव के पर्यवेक्षक प्रशिक्षण केंद्र इंजीनियर्स हॉस्टल, पांडु, गुवाहाटी स्थित जनरल स्टोर डिपो, रंगिया स्थित रनिंग रूम और कटिहार स्थित रनिंग रूम में क्रमशः 39.9 किलोवाट, 150 केवीए, 56 किलोवाट एवं 60 किलोवाट का कनेक्टेड लोड और 11635.25 केडब्ल्यूएच प्रति वर्ष, 16300 केडब्ल्यूएच प्रति वर्ष, 14270 केडब्ल्यूएच प्रति वर्ष और 100126 केडब्ल्यूएच प्रति वर्ष वार्षिक ऊर्जा खपत है।
भारतीय रेल वर्ष 2030 तक अपने नेट जीरो कार्बन निर्गमन मिशन के लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध है। अपनी प्रतिबद्धता के अनुसार, पूसीरे अपने क्षेत्राधिकार के सभी महत्वपूर्ण इमारतों में अधिक शून्य लेबल प्रमाणन प्राप्त करने हेतु विभिन्न कदम उठा रहा है।
(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय / दधिबल यादव