गोरखपुर, 21 नवंबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जटायु संरक्षण केंद्र के उद्घाटन के अवसर पर जिले में वन विश्वविद्यालय स्थापित करने के निर्देश दिए थे। वन विश्वविद्यालय के लिए कैंपियरगंज क्षेत्र में 50 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई है। इस विश्वविद्यालय में पर्यावरण और वन्यजीव संरक्षण से संबंधित पाठ्यक्रम संचालित किए जाएंगे। यह संस्थान पर्यावरण और वन संरक्षण के क्षेत्र में अनुसंधान और शिक्षा के नए आयाम स्थापित किया जाएगा। विश्वविद्यालय निर्माण के दौरान पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने और कम से कम पेड़ कटने का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
वन विभाग के डी.एफ.ओ. विकास यादव ने बताया कि विश्वविद्यालय के निर्माण की योजना में प्रकृति और वन्यजीव संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। विश्वविद्यालय का उद्देश्य न केवल शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देना होगा, बल्कि पर्यावरणीय जागरूकता को भी मजबूत करना है।
इस परियोजना से गोरखपुर को पर्यावरण और शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिलने की उम्मीद है। विश्वविद्यालय का निर्माण शुरू होते ही यह क्षेत्र शिक्षा और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण केंद्र बन जाएगा।
(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय