कोलकाता, 03 दिसंबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने मंगलवार को बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों और गिरफ्तार साधु चिन्मय कृष्ण दास के वकीलों के साथ हुए दुर्व्यवहार को गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन करार दिया।
शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि चिन्मय कृष्ण दास के वकील रमन रॉय और रिगन आचार्य को कट्टरपंथियों द्वारा बुरी तरह पीटा गया, जिसके चलते वे अदालत में पेश नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि कम से कम 70 वकीलों पर झूठे मामले दर्ज किए गए हैं और मुझे खबर है कि उन्हें गिरफ्तार भी किया गया है। यह पूरी तरह से मानवाधिकारों का हनन है। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए।
बांग्लादेश के चटगांव की अदालत ने मंगलवार को साधु चिन्मय कृष्ण दास की जमानत याचिका पर सुनवाई अगले महीने तक टाल दी। दास को 25 नवंबर को ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। 26 नवंबर को अदालत ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर उन्हें जेल भेज दिया था।
शुभेंदु अधिकारी ने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों पर कड़ी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में एक आतंकवादी संगठन सक्रिय है, जो हमास, आईएसआईएस और तालिबान से भी ज्यादा खतरनाक है। हिंदुओं को इन अत्याचारों के खिलाफ एकजुट होना होगा। इस्कॉन जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठन को भी इस मामले में जोरदार प्रतिक्रिया देनी चाहिए।
भाजपा नेता ने घोषणा की कि उनकी पार्टी बांग्लादेश में हो रही घटनाओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज करेगी। उन्होंने हिंदुओं से अपील की कि वे विश्व स्तर पर एकजुट होकर अपनी आवाज उठाएं।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर