हरिद्वार, 18 सितंबर (Udaipur Kiran) । भूपतवाला स्थित महाराजा अग्रसेन सेवा सदन ट्रस्ट, अग्रवाल भवन में श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। कथा से पहले महिला श्रद्धालु एवं भक्तों ने सर्वानंद घाट से अग्रवाल भवन तक भव्य कलश शोभायात्रा निकाली।
कथा के पहले दिन महामंडलेश्वर आचार्य नर्मदा शंकर पुरी महाराज ने श्रीमद् भागवत के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की पवित्र वाणी ही श्रीमद् भागवत है। यह कथा भक्त और भगवान के मिलन का माध्यम है, जिससे व्यक्ति काे भवसागर से पार होने का मार्ग मिलता है। उन्हाेंने कहा कि कलयुग में श्रीमद् भागवत कथा मोक्षदायिनी है, जिसके श्रवण मात्र से व्यक्ति के जन्म-जन्मांतर के पापों का शमन होता है और व्यक्ति का जीवन अंधकार से प्रकाश की ओर अग्रसर होता है।
आचार्य नर्मदा शंकरपुरी ने पितृ पक्ष में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन के महत्व काे बताते हुए कहा कि हरिद्वार में इस कथा का आयाेजन करने से सौ अश्वमेध यज्ञ के बराबर पुण्य प्राप्त होता है। कथा के यजमान पवन गर्ग एवं राजेंद्र गर्ग ने इस आयाेजन काे अपने जीवन का साैभाग्य बताया।
रमेश मित्तल, राहुल गुप्ता और सोनी गोयल ने कहा कि केवल सौभाग्यशाली व्यक्ति ही श्रीमद् भागवत कथा श्रवण का अवसर प्राप्त करता है और इसके श्रवण से राजा परीक्षित को भी मोक्ष की प्राप्ति हुई थी।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला