Jammu & Kashmir

जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा जल्द बहाल करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का भी उल्लंघन कर रही है- श्री तारिक हमीद कर्रा

डोडा 18 फरवरी (Udaipur Kiran) । जेकेपीसीसी प्रमुख श्री तारिक हमीद कर्रा ने मंगलवार को केंद्र पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा जल्द बहाल करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का भी उल्लंघन कर रही है। और यदि मांग जल्द नहीं मानी गई तो कांग्रेस सड़कों पर उतरने से नहीं हिचकेगी।

मंगलवार को डोडा डाक बंगले में कार्यकर्ताओं की एक प्रभावशाली रैली को संबोधित करते हुए श्री कर्रा ने कहा कि केंद्र ने पांच साल पहले संसद के अलावा सुप्रीम कोर्ट के समक्ष भी राज्य का दर्जा देने का वादा किया था लेकिन न तो बहुत जल्द को लोग समझ रहे हैं और न ही केंद्र और भाजपा नेताओं द्वारा बार.बार उद्धृत किया जाने वाला उचित समय लोगों को समझ में आ रहा है क्योंकि राज्य का दर्जा अभी तक बहाल नहीं हुआ है।

यह भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा लोगों के साथ-साथ लोकतंत्र और संविधान के साथ क्रूर मजाक है। निर्वाचित सरकार के चार महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी आवश्यक शक्तियां और वादा किया गया राज्य का दर्जा बहाल नहीं किया जा रहा है। उत्साही लोगों ने जब जोरदार नारे लगाए, हमारी रियासत हमारा हक और कर्रा साहब आगे बढ़ो, हम तुम्हारे साथ हैं तो उन्होंने राज्य आंदोलन को पूरा समर्थन देते हुए कहा कि अगर जल्द ही मांग पूरी नहीं हुई तो कांग्रेस सड़कों पर उतरकर जोरदार आंदोलन करने से नहीं हिचकेगी।

केंद्र सरकार दिन.रात सामान्य स्थिति का दावा करती है लेकिन यह नहीं बताना चाहती कि राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए उचित समय और समय.सीमा क्या है क्योंकि भाजपा शासन करने का जनादेश खोने के बाद भी एलजी के माध्यम से प्रॉक्सी शासन करना चाहती है। कर्रा ने कहा कि कांग्रेस ने एनसी के साथ गठबंधन करके भाजपा को बाहर रखने का बड़ा लक्ष्य हासिल कर लिया जिसमें कई वरिष्ठ नेताओं को गठबंधन सहयोगी की तरह अपनी सीटों का त्याग करना पड़ा। उन्होंने दिल्ली चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि जहां किसी पार्टी ने कांग्रेस के बजाय अकेले चुनाव लड़ने की एकतरफा घोषणा की थी।

कर्रा ने कांग्रेस के आंदोलन पर प्रतिबंध लगाए जाने का मुद्दा भी उठाया क्योंकि केंद्र और एलजी प्रशासन हमारे मिशन को मिल रहे भारी समर्थन से घबरा गए हैं लेकिन कांग्रेस शांतिप्रिय है और लोकतंत्र में विश्वास करती है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को जमीनी स्तर के समर्पित कार्यकर्ताओं को प्रतिनिधित्व देने के लिए सभी स्तरों पर संगठन को नया रूप देने का आश्वासन दिया।

(Udaipur Kiran) / मोनिका रानी

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