Uttrakhand

समिति में जीवित किसानों को मृतक और मृतकों को जीवित दर्शाया

हंगामा करते किसान

-बहुउद्देश्यीय किसान सेवा सहकारी समिति पर किसानों ने किया हंगामा, चुनाव रद्द करने की मांग

हरिद्वार, 20 फरवरी (Udaipur Kiran) । लक्सर की मुंडाखेड़ा कलां बहुउद्देश्यीय किसान सेवा सहकारी समिति लि. में किसानों का उस वक्त आक्रोश फूट पड़ा, जब समिति के दस्तावेजों में जीवित किसानों को मृतक और मृत किसानों को जीवित दर्शाए जाने का मामला सामने आया। नाराज किसानों ने कार्यालय परिसर में जोरदार हंगामा करते हुए 400 से ज्यादा वोट काटने का आरोप लगाया और समिति चुनाव को रद्द करने की मांग उठाई।

जानकारी के मुताबिक जनपद की सहकारी समितियां में प्रबंध कमेटी चुनाव के प्रक्रिया चल रही है। 24 फरवरी को मतदान होना है और 25 फरवरी को सभापति और उपसभापति का चुनाव होना है, लेकिन उससे पहले लक्सर के मुंडा खेड़ा किसान सेवा सहकारी समिति लिमिटेड में एक बड़ा मामला सामने आया है। जहां पर सहकारी समिति के एमडी और कर्मचारियों की लापरवाही के चलते करीब चार सौ वोट काटकर उन सदस्यों से वोटिंग करने व चुनाव लड़ने से वंचित कर दिया है।

इतना ही नहीं कर्मचारियों ने मृतक सदस्यों को जीवित सदस्य दर्शाकर वोटर लिस्ट में शामिल कर लिया है और जीवित को मृतक दर्शाकर उसका वोट काट दिया है, जिसको लेकर बृहस्पतिवार को मुंडा खेड़ा किसान सेवा सहकारी समिति में किसानों ने हंगामा कर जोरदार प्रदर्शन किया।

वहीं किसानों का कहना है कि यह गंभीर लापरवाही है, जिससे कई किसान मतदान से वंचित हो गए हैं और चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो गए हैं। प्रदर्शनकारी किसानों ने समिति प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए इस त्रुटि की तत्काल सुधार की मांग की।

वहीं समिति के एमडी नरेश कुमार ने अपनी गलती स्वीकारते हुए इसे तकनीकी समस्या का परिणाम बताया है। उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि इस त्रुटि को जल्द ही सुधार लिया जाएगा और सभी प्रभावित किसानों को न्याय मिलेगा।

पीड़ित किसानों ने एसडीएम लक्सर को एक ज्ञापन देकर प्रशासन से सहकारी समिति मुंडा खेड़ा में चुनाव रद्द करने की मांग की। एसडीएम सौरव असवाल ने किसानों को यह कहते हुए टाल दिया कि यह मेरे स्तर का मामला नहीं है। आप जिला कोऑपरेटिव सहायक रिटर्निग ऑफिसर से इस सम्बन्ध में बात करें। वहीं किसानों ने प्रशासन से इस मामले की जांच करवाने और जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करने की भी मांग की है। यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं,तो उन्होंने आगे आंदोलन करने की चेतावनी दी है।

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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

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