
मुरैना, 16 फरवरी (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के ग्वालियर में गत दिनों छह वर्षीय बच्चे शिवाय का अपहरण करने वाले दो आरोपियों को मुरैना पुलिस ने शॉर्ट एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया है। इनकी पहचान राहुल गुर्जर निवासी जिगनी और बंटी गुर्जर निवासी शिवलाल का पुरा, मुरैना के रूप में हुई है। मुरैना पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल लाल रंग की बाइक भी जब्त कर ली है।
पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने रविवार को मामले की जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार रात 11:30 बजे माता बसैया थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि कुतवार रोड पर दो बदमाश लूट की योजना बना रहे हैं। जैसे ही पुलिस मौके पर पहुंची तो बदमाशों ने गोलियां चलाना शुरू कर दीं। पुलिस ने जवाबी फायरिंग की। दोनों तरफ से करीब 5-6 राउंड गोलियां चलीं। भागने की कोशिश में दोनों बदमाशों के पैर में गोलियां लगीं। पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया। मुरैना जिला अस्पताल में भर्ती कराया। यहां पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि ग्वालियर में शिवाय गुप्ता के अपहरण में उनका हाथ है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, शिवाय गुप्ता का अपहरण करने वाले गैंग में चार लोग शामिल थे। दो सदस्यों ने रेकी की और दो ने बच्चे का अपहरण किया। अपाचे बाइक पर अपहरण करने वालों में राहुल गुर्जर निवासी पिपरई गांव, थाना सराय छोला और बंटी गुर्जर निवासी शिवलाल का पुरा गांव, थाना स्टेशन रोड मुरैना शामिल थे। वहीं, स्पलेंडर पर रेकी करने वालों में राहुल गुर्जर, निवासी जिगनी गांव, थाना दिमनी और भोला गुर्जर, निवासी गड़ौरा गांव, मुरैना शामिल थे। मामले का मास्टरमाइंड जिगनी गांव के रहने वाले राहुल गुर्जर को बताया जा रहा है।
गौरतलब है कि ग्वालियर के शक्कर कारोबारी राहुल गुप्ता के 6 साल के बेटे शिवाय का 13 फरवरी की सुबह करीब 8 बजे अपहरण हो गया था। मुरार थाना क्षेत्र की सीपी कॉलोनी में जैन मंदिर के सामने यह वारदात हुई थी। बच्चे को उसकी मां स्कूल बस तक छोड़ने जा रही है। इसी दौरान बाइक पर दो बदमाश पीछे से आए। एक बदमाश महिला और बच्चे के पीछे उतर गया जबकि बाइक चला रहा युवक थोड़ी आगे जाकर रुका। इसके बाद बदमाश ने पीछे से आकर महिला की आंखों में मिर्ची डाली और बच्चे को उठाकर बाइक की ओर भागा। बच्चे को पकड़ने दौड़ी मां सड़क पर गिर गई। दोनों बदमाश बच्चे को लेकर भाग निकले।
उसी दिन करीब 14 घंटे बाद देर रात शिवाय एक जगह पर खड़ा रो रहा था। वहां से गुजरे एक ई-रिक्शा वाले ने उसे पहचान लिया कि वह ग्वालियर से किडनैप हुआ है। उसने बच्चे को कांजी बसई गांव के सरपंच को सौंप दिया। सरपंच ने बच्चे के माता-पिता और पुलिस से संपर्क किया, जिसके बाद पुलिस वहां पहुंची। पुलिस ने बच्चे को अपनी निगरानी में लिया। उसकी वीडियो कॉल पर मां-पिता से बात कराई। रात में ही पुलिस की टीम शिवाय को लेकर ग्वालियर उसके घर पहुंची थी।
(Udaipur Kiran) तोमर
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