Jammu & Kashmir

केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद बढ़ा लूट का दायरा : शिवसेना

केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद बढ़ा लूट का दायरा : शिवसेना

जम्मू, 22 सितंबर (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन के बावजूद स्थानीय लोगों के अधिकारों के हनन और संसाधनों की लूट का सिलसिला बदस्तूर जारी है, जिस पर पूर्ण विराम लगाने के लिए मशाल का बटन दबाना होगा, यह कहना है शिवसेना (यूबीटी) प्रदेश प्रमुख मनीष साहनी का।

जम्मू वेस्ट से शिवसेना (यूबीटी) उम्मीदवार मिनाक्षी छिब्बर ने आज वार्ड नं 28 में एक जन चौपाल के माध्यम से अपना प्रचार किया, वहीं बिशनाह विधानसभा से पार्टी प्रत्याशी जय भारत (भारती) के प्रचार-प्रसार के लिए जनसभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर उपस्थित प्रदेश प्रमुख मनीष साहनी ने जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालातों के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया।

साहनी ने कहा कि सांस्कृतिक पहचान को प्रभावित करने के साथ स्थानीय लोगों के अधिकारों का लगातार हनन हो रहा है। हमारी नौकरियों, व्यापार, सरकारी टेंडरों में बाहरी लोगों की भागीदारी दिन-ब-दिन बढ़ रही है। वहीं अपार जल संसाधनों और बिजली परियोजनाओं के धनी होने के बावजूद बिजली कटौती, स्मार्ट मीटर, बिलों में गड़बड़ियां, दरों में वृद्धि से जनता परेशान है। स्मार्ट सिटी के नाम पर जनता के टैक्स के पैसों की जमकर बर्बादी हो रही है, मगर गांव और दूरदराज के इलाकों में सड़के, गलियां, फुटपाथ दयनीय स्थिति में हैं।

ऋषि-मुनियों, पीर और पैगंबरों की धरती पर शराब की दुकानों की भरमार और तय मूल्य से अधिक की अवैध वसूली हो रही है। खनन, अपराध और भ्रष्टाचार के साथ नशा माफिया का बोलबाला है। इन पर पूर्ण विराम के साथ बेहतर स्वास्थ्य-शिक्षा, निशुल्क बिजली-पानी, कश्मीरी पंडितों की सुरक्षित घाटी वापसी, युवाओं को बेरोजगार भत्ता आदि के वचन के साथ हमारा हर प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। मशाल का बटन लूट पर पूर्ण विराम और अधिकारों की बहाली की गारंटी है।

(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा

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