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शिवसेना सांसद ने लोकसभा में उठाया रणवीर इलाहाबादिया की आपत्तिजनक टिप्पणी का मुद्दा

इंडियाज गॉट लेटेंट पर रणवीर इलाहाबादिया की विवादित टिप्पणी को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म के लिए सख्त नियम बनाने की लोकसभा में मांग करते हुए शिवसेना सांसद नरेश गणपत म्हस्के

नई दिल्ली, 11 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । समय रैना के इंडियाज गॉट लेटेंट पर रणवीर इलाहाबादिया की विवादित टिप्पणी का मामला अब संसद तक पहुंच गया है। शिवसेना सांसद नरेश गणपत म्हस्के ने लोकसभा में इस मुद्दे को उठाते हुए सरकार से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामग्री के लिए सख्त नियम और दिशानिर्देश तय किए जाने का आग्रह किया।

नरेश गणपत म्हस्के ने कहा कि सोशल मीडिया, पॉडकास्ट और ओटीटी सामग्री को विनियमित करने के लिए एक समर्पित कानून की तत्काल आवश्यकता है, क्योंकि ये सब भारतीय संस्कृति का अपमान करते हैं। उन्होंने कल प्रभावशाली रणवीर इलाहाबादिया ने माता-पिता के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की। इस तरह की अपमानजनक सामग्री ओटीटी प्लेटफॉर्म पर स्वतंत्र रूप से प्रसारित की जा रही है, जहां कोई नियामक जांच नहीं है। वे हमारे देवी-देवताओं का अपमान करने की हद तक चले जाते हैं और इन प्लेटफार्मों पर सेंसरशिप की कमी के कारण यह अनियंत्रित मज़ाक जारी है।

शिवसेना नेता ने कहा कि सोशल मीडिया, पॉडकास्ट और ओटीटी सामग्री पर कोई प्रतिबंध नहीं है। वे राजनेताओं के बारे में कुछ भी कहते हैं। उन्होंने निगरानी की कमी की आलोचना करते हुए कहा कि केंद्र सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए और सेंसरशिप लगानी चाहिए। ओटीटी प्लेटफार्म के लिए सख्त दिशा निर्देश तय किए जाने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ बिना देरी के कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।

इससे पहले शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने पत्रकारों से कहा था कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय की संसदीय स्थायी समिति की सदस्य के रूप में वह संसद में इस मुद्दे को उठाएंगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कॉमेडी अपमानजनक सामग्री के साथ सीमाओं को पार करने का बहाना नहीं हो सकती और एक मंच होने से किसी को कुछ भी कहने का अधिकार नहीं मिल जाता।

इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने भी सोमवार को सूचना प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव को चिट्ठी लिखी थी। इसमें उन्होंने सोशल मीडिया, पॉडकास्ट और ओटीटी सामग्री पर प्रसारित होने वाली सामग्री के लिए नियम बनाने और दिशा निर्देश तय करने की मांग की थी।

उल्लेखनीय है कि इस मामले पर हो रही घेराबंदी और आलोचना के बीच यूट्यूब ने विवादित एपिसोड को हटा दिया है लेकिन मामला अब राजनीतिक रूप ले चुका है और इस पर सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है। वायरल हो चुके वीडियो क्लिप में इलाहाबादिया को एक कंटेस्टेंट से आपत्तिजनक सवाल पूछते हुए सुना गया, जो माता-पिता और सेक्स लाइफ से जुड़ा था।

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(Udaipur Kiran) / दधिबल यादव

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