शिमला, 18 नवंबर (Udaipur Kiran) । जिला शिमला में तम्बाकू नियंत्रण को लेकर जिला समन्वय समिति की बैठक सोमवार को उपायुक्त अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि शिमला जिले के सभी स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शिक्षण संस्थानों को तम्बाकू मुक्त बनाया जाएगा। इस पहल का पहला चरण शिमला शहर के सभी कॉलेजों में लागू होगा, जहां तम्बाकू मुक्त बनाने के लिए भाषण और वाद-विवाद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। साथ ही कॉलेजों को तम्बाकू मुक्त बनाने के लिए तय मानकों का पालन किया जाएगा।
उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि जो पंचायतें तम्बाकू मुक्त बनेंगी, उन्हें सम्मानित भी किया जाएगा। इसके अलावा, गांवों के स्तर पर भी तम्बाकू मुक्त गांव बनाने की योजना बनाई गई है। उन्होंने जिला के जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे अपने-अपने गांव, पंचायत और आसपास के क्षेत्रों को तम्बाकू मुक्त बनाने की दिशा में सक्रिय रूप से काम करें।
उपायुक्त ने इस मौके पर टूगेदर इंडिया सेज नो टू टोबैको एंड ड्रग हस्ताक्षर अभियान की भी शुरुआत की। यह अभियान जिला भर में चलाया जाएगा, जिसमें लोगों को नशे से दूर रहने और तम्बाकू के सेवन से बचने के लिए जागरूक किया जाएगा।
बैठक में प्रोग्राम अधिकारी डॉ. राखी शर्मा ने स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा चलाए जा रहे तम्बाकू मुक्त युवा अभियान 2.0 के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। इस अभियान का उद्देश्य युवाओं को तम्बाकू सेवन से बचने के लिए प्रेरित करना और तम्बाकू को त्यागने के लिए जागरूक करना है। यह अभियान 60 दिन तक चलेगा और इसमें तम्बाकू के खतरों के बारे में सार्वजनिक जागरूकता फैलाने, तम्बाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थानों के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में सुधार करने, तम्बाकू नियंत्रण कानूनों के प्रवर्तन को मजबूत करने, तम्बाकू मुक्त गांवों की संख्या बढ़ाने और सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूकता फैलाने पर जोर दिया जाएगा।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला