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– विद्यालयों में अकादमिक वातावरण बनाने पर दिया जाए ध्यान
श्योपुर, 28 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । शैक्षणिक गतिविधियों में सुधार करने के लिये शिक्षकों की विभागीय जांच कराई जाकर जो शिक्षक बेहतर कार्य कर रहे हैं, उन्हें सम्मानित किया जाए, लेकिन ऐसे शिक्षक जो अपने कार्य के प्रति लापरवाही बरत रहे हैं, उनके विरूद्ध बर्खास्त करने की कार्यवाही की जाए। यह बात जिलाधीश किशोर कुमार कन्याल ने शनिवार काे कलेक्ट्रेट में आयोजित आदिम जाति कल्याण विभाग के प्राचार्यों की बैठक के दौरान कही।
बैठक के दौरान जिलाधीश ने कहा कि गुरू का पद सम्मानित पद है, इसकी गरिमा को बनाए रखें, स्कूली बच्चें अपने शिक्षक से बहुत कुछ सीखते है, इसलिए अपनी छवि एवं आचरण का ध्यान रखें तथा उसे प्रेरणादायी बनाए। बच्चों को शैक्षणिक गतिविधियों के साथ ही नैतिक शिक्षा का पाठ भी पढाया जाए। उन्होंने कहा कि प्राचार्य अपने-अपने संकुल अंतर्गत विद्यालयों का सतत रूप से निरीक्षण करें तथा अकादमिक वातावरण निर्माण के लिए ध्यान दें। इस अवसर पर गत वर्ष बोर्ड परीक्षाओं में बेहतर रिजल्ट देने वाले सिलपुरी हाईस्कूल प्राचार्य बीएस धाकड तथा मॉडल स्कूल प्राचार्य की सराहना भी की गई। बैठक में उप जिलाधीश संजय जैन, सहायक आयुक्त एलआर मीणा, बीआरसी अजय रावत सहित आदिम जाति कल्याण विभाग अंतर्गत संचालित हाईस्कूल एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के प्राचार्य उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / शरद शर्मा
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