जम्मू, 27 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने राजभवन में शेहला रशीद द्वारा लिखित ‘‘रोल मॉडल्स-इंस्पायरिंग स्टोरीज ऑफ इंडियन मुस्लिम अचीवर्स‘‘ नामक पुस्तक का विमोचन किया। इस अवसर पर बोलते हुए उपराज्यपाल ने आज के युवाओं और आने वाली कई पीढि़यों को प्रेरित करने के लिए अपनी पुस्तक में समुदाय के उच्च उपलब्धि प्राप्त लोगों को एक साथ लाने के लिए लेखिका की सराहना की। उपराज्यपाल ने कहा शेहला की ‘रोल मॉडल्स-इंस्पायरिंग स्टोरीज ऑफ इंडियन मुस्लिम अचीवर्स‘ युवाओं के लिए एक प्रकाश स्तंभ है जिसका अनुसरण करके वे एक विकसित और जीवंत भारत के निर्माण में योगदान दे सकते हैं।
राष्ट्र निर्माण में मुस्लिम समुदाय के महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डालते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि सिनेमा, रक्षा, खेल और विज्ञान के विविध क्षेत्रों से प्रेरणादायी मुस्लिम व्यक्तित्व षाष्वत मूल्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं और एक विकसित भारत के निर्माण की दिशा में उद्देश्य की एक नई भावना लाते हैं। उन्होंने कहा कि पुस्तक समुदाय के प्रेरक व्यक्तित्वों के सपनों और संकल्प को व्यक्त करती है और मुस्लिम समुदाय के युवा मन को सामाजिक परिवर्तन में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित करती है।
उपराज्यपाल ने पिछले 10 वर्षों में कल्याणकारी कार्यक्रमों के साथ-साथ अल्पसंख्यक समुदायों के युवाओं और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए किए गए गहन प्रयासों को भी साझा किया। उन्होंने कहा कि शेहला की पुस्तक बिना किसी भेदभाव के सभी को प्रदान किए जा रहे समान अवसरों को दर्शाती है। पुस्तक युवाओं को बड़े सपने देखने और अपने-अपने व्यवसायों में अधिक सफलता हासिल करने के लिए प्रेरित करती है। उपराज्यपाल ने पुस्तक की लेखिका शेहला रशीद की लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता और राष्ट्र निर्माण के प्रति दृढ़ विश्वास के लिए भी सराहना की और समाज में बदलाव लाने के लिए महिलाओं और युवाओं को शामिल करने के उनके प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर हाल ही में हुए आतंकी हमलों में शहीद हुए सुरक्षा बलों के बहादुरों और नागरिकों की याद में दो मिनट का मौन भी रखा गया।
पुस्तक में कुछ शीर्ष भारतीय मुस्लिम उपलब्धि हासिल करने वालों जैसे संगीत उस्ताद ए.आर. रहमान, पूर्व युगल विश्व नंबर 1 टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा, बॉलीवुड अभिनेता हुमा कुरैशी, पूर्व आर्मी जनरल सैयद अटा हसनैन, इसरो की निगार शाजी, केएसए और यमन में भारत के पूर्व राजदूत डॉ. औसाफ सईद, पैरा-स्विमर शाम्स आलम, प्रसिद्ध इम्यूनोथेरेपिस्ट और सार्वजनिक स्वास्थ्य शिक्षक डॉ. जमाल खान और विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले अन्य मुसलमानों की प्रेरणादायक कहानियां शामिल हैं। अनुभवी पटकथा लेखक सलीम खान ने पुस्तक की प्रस्तावना लिखी है।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा